एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने 10 प्रतिशत तक रेवेन्यू बढ़ाने का रखा टारगेट Chandigarh News
चंडीगढ़ जीएसटी रिटर्न भरने में तो चंडीगढ़ पूरे देश में आगे है। लेकिन प्रशासन रेवन्यू भी इसके साथ बढ़ाना चाहता है।
चंडीगढ़, जेएनएन। एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने टैक्स कलेक्शन बढ़ाने के लिए अपना टारगेट सेट किया है। अब हर महीने कम से कम 10 प्रतिशत तक टैक्स कलेक्शन में इजाफा किया जाएगा। इसको लेकर एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट सामान खरीदने पर दुकानदारों और ट्रेडर्स को बिल देना अनिवार्य कर रहा है। ऐसा न करने पर दुकानदारों और ट्रेडर्स पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अब चंडीगढ़ प्रशासन का एक्साइज एंड टेक्सेशन डिपार्टमेंट भी लोगों को अवेयर करने के लिए कैंपेन शुरू करेगा।
दरअसल चंडीगढ़ जीएसटी रिटर्न भरने में तो चंडीगढ़ पूरे देश में आगे है। लेकिन प्रशासन रेवन्यू भी इसके साथ बढ़ाना चाहता है। हाल ही में एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने शहर के ट्रेडर्स के साथ मीटिंग की थी। जिसमें यह फैसला लिया गया कि अब 10 प्रतिशत तक हर महीने टैक्स कलेक्शन में इजाफा किया जाएगा। ताकि 1500 करोड़ रुपये के टारगेट को भी पूरा किया जा सके। अब कोई भी व्यक्ति 200 रुपये तक का सामान खरीदता है। दुकानदार या ट्रेडर को अब उपभोक्ता को 200 रुपये से उपर का सामान खरीदने पर बिल देना अनिवार्य होगा। एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने चंडीगढ़ में कई मार्केट्स ऐसी आइडेंटिफाई की गई है, जहां पर छोटी सेल पर तो क्या ज्यादा खरीददारी करने पर भी बिल नहीं दिया जाता है।
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स्वच्छता के फीडबैक पर पिछड़ रहा है शहर
स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत चंडीगढ़ का सर्वे शुरू हो गया है।जो कि 30 जनवरी तक चलना है लेकिन अभी तक के सर्वे के अनुसार फीडबैक कैटेगरी में चंडीगढ़ बुरी तरह से पिछड़ रहा है। स्वच्छता एप में डाली जा रही समस्याओं पर उसके दूर न होने पर शहरवासी अपनी असंतुष्टता जाहिर कर रहा है जिसका असर रैंङ्क्षकग पर पड़ सकता है। सिटीजीन फीडबैक के 1100 अंक है। जबकि कई शहरवासी ऐसे भी हैं जिन्होंने एप तो मोबाइल पर डाउनलोड की है, वह इसका प्रयोग नहीं कर रहे हैं। इसका भी असर पड़ रहा है। इस कैटेगरी के 400 अंक हैं। केंद्र सरकार की साइट के अनुसार इस कैटगरी में चंडीगढ़ का अभी तक 29वां स्थान है। नौ प्रतिशत लोग ही एप पर डाली गई समस्याओं के दूर होने पर खुशी जाहिर कर रहे हैं। जबकि इंदौर इस कैटेगरी में नंबर-1 पर ही चल रहा है। सिटी फोमर्स ऑफ रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद वशिष्ठ का कहना है कि शहरवासियों को स्वच्छता एप पर अपनी फीडबैक देनी चाहिए। लोगों की सक्रियता के कारण चंडीगढ़ पिछड़ सकता है। मालूम हो कि स्वच्छता सर्वेक्षण लीग के पहले दो क्वार्टर में चंडीगढ़ की रैंङ्क्षकग पिछड़ चुकी है।