चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल वालों को मिलेगी खास सुविधा, सिंगल विंडो पर होगा ईवी से जुड़ा हर काम
ईवी पालिसी को प्रभावी बनाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन यह पहल करने जा रहा है। रजिस्ट्रेशन अथारिटी इन वाहनों के लिए एक्सक्लूसिव काउंटर भी बनाने का विचार कर रही है। इससे इन वाहनों से जुड़े कामों के लिए लोगों को लाइनों में न लगना पड़े।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल पालिसी लागू हो चुकी है। इन वाहनों को तेजी से बढ़ावा मिले इसलिए वाहनों के रजिस्ट्रेशन से लेकर इंसेंटिव की प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है। सिंगल विंडो सिस्टम के तहत इन वाहनों सुविधाएं दी जाएंगी। वाहन रजिस्ट्रेशन से इंसेंटिव और कई दूसरे कार्यों के लिए अलग-अलग आफिस के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इनके लिए सिंगल विंडो सिस्टम होगा। जहां सभी तरह के काम हो जाएंगे।
ईवी पालिसी को प्रभावी बनाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन यह पहल करने जा रहा है। रजिस्ट्रेशन अथारिटी इन वाहनों के लिए एक्सक्लूसिव काउंटर भी बनाने का विचार कर रही है। इससे इन वाहनों से जुड़े कामों के लिए लोगों को लाइनों में न लगना पड़े। इसका कारण यह भी है कि अभी तक अधिकतर ईंधन से चलने वाले वाहनों के कार्य होते हैं। ईवी आनर का समय दूसरे वाहनों की कतारों में लगकर खराब होने से बचेगा।
इंसेंटिव के लिए बनेगी एसओपी
पालिसी में ऐसे वाहनों की खरीद पर इंसेंटिव देने का प्रविधान किया गया है। लेकिन इंसेंटिव कैसे दिया जाएगा इसके लिए नियम अलग से बनने हैं। अभी यह नियम नहीं बने हैं। चंडीगढ़ रिन्यूअल एनर्जी साइंस एंड टेक्नोलाजी प्रमोशन सोसायटी (क्रेस्ट) यह नियम बना रही है। अभी इंसेंटिव प्रक्रिया आफलाइन ही रहेगी। इसका स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) अलग से नोटिफाई किया जाएगा। इसके बाद भी किसी केस का इंसेंटिव जारी होगा। ईवी पालिसी को प्रभावी तौर से लागू इसके बाद ही किया जाएगा।
15 दिनों में इंसेंटिव
प्रशासन ऐसा सिस्टम बना रहा है कि इंसेंटिव के लिए आवेदन करने के बाद 15 दिनों में यह मिल भी जाए। अभी क्रेस्ट के पास ही यह आवेदन करना होगा। अभी इंसेंटिव के लिए पांच करोड़ रुपये प्रविधान किया गया है। ई-बाइसाकिल पर इसकी कीमत का 25 फीसद इंसेंटिव मिलेगा। टू व्हीलर पर 30 हजार तक और फोर व्हीलर पर डेढ़ लाख रुपये तक इंसेंटिव मिलेगा।