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चंडीगढ़ में बिजली कट और बिल की टेंशन होगी खत्म, इस प्रोजेक्ट के तहत मिलेगी मुफ्त बिजली

चंडीगढ़ के लोगों की बिजली कट और भारी भरकम बिजली बिलों से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। लोगों को इस प्रोजेक्ट से मुफ्त में बिजली मिलेगी। इसके लिए लोगों को कोई पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 03:36 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 03:36 PM (IST)
चंडीगढ़ में बिजली कट और बिल की टेंशन होगी खत्म, इस प्रोजेक्ट के तहत मिलेगी मुफ्त बिजली।

चंडीगढ़, जेएनएन। बिजली के रेट दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। खासकर गर्मी के मौसम में एयर कंडीशनर और पंखे चलने पर तो बिल कुछ ज्यादा ही आने लगता है। कई बार तो यह घर का बजट पूरी तरह से बिगाड़ कर रख देता है। बिल पसीने छुड़ा देता है। लेकिन अब बिजली के इस बिल की चिंता नहीं रहेगी। यह बिल एकदम जीरो हो जाएगा। बिना कोई खर्च किए घर में निर्बाध बिजली की सप्लाई मिलेगी। वह भी बिना किसी पावर कट और उलझन के।

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यह कोई सपना नहीं है बल्कि हकीकत है। वह हकीकत जो आपके काम की है। यह सपना आपकी प्रॉपर्टी की छत पूरा करेगी। इस छत पर सोलर पावर प्रोजेक्ट लगने से न बिल का झंझट रहेगा और न ही पावर कट की टेंशन रहेगी। अब सोच रहे होंगे सोलर पावर प्रोजेक्ट लगाने के लिए पैसा कहां से आएगा। यह मुश्किल भी आसान कर देते हैं। आपको इस प्रोजेक्ट के लिए कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। केवल घर की छत ही देनी होगी। अब मकान या किसी निजी प्रॉपर्टी पर सोलर पावर प्रोजेक्ट बिना किसी इन्वेस्टमेंट के लग जाएगा।

रिन्यूएबल एनर्जी सर्विस कंपनी (रेस्को) मॉडल के तहत यह प्लांट कंपनी लगाएगी। इतना ही नहीं प्लांट से जेनरेट होने वाली बिजली घर में इस्तेमाल होने के बाद जो बचेगी उससे कंपनी को पैसा जाता रहेगा। इससे कंपनी के पैसे पूरे हो जाएंगे। जबकि 15 साल बाद कंपनी इस प्रोजेक्ट को प्रॉपर्टी ऑनर को हैंडओवर कर देगी। इसके बाद प्रॉपर्टी मालिक का इस पर पूर्ण अधिकार होगा। कंपनी ही प्रोजेक्ट की इंस्टालेशन से लेकर मेंटेनेंस का काम भी देखेगी।

चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट कम क्रेस्ट सीईओ देबेंद्र दलाई ने यह जानकारी दी। देबेंद्र दलाई खुड्डा अलिशेर में आयोजित ‘गो ग्रीन-गो सोलर’ जागरुकता शिविर का उद्घाटन करने पहुंचे थे। स्वच्छ भारत अभियान के तहत गाे ग्रीन गो सोलर प्रोग्राम का आयोजन चंडीगढ़ के पर्यावरण विभाग की ओर से शहर की स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता, खुड्डा अलिशेर के यूथ क्लब व सुखमणि सोसायटी और पंजाब यूनिवर्सिटी के इग्नू सेंटर की ओर से संयुक्त रूप से किया गया।

दलाई ने कहा कि पर्यावरण के प्रति जागरूक नागरिक स्मार्ट सिटी की रीढ़ हैं। चंडीगढ़ को स्वच्छता में नंबर वन शहर बनाने के लिए सभी सरकारी विभागों के साथ आम लोगों की भागीदारी बहुत जरूरी है। चंडीगढ़ ने 500 वर्ग गज या इससे अधिक एरिया की प्रॉपर्टी पर सोलर प्रोजेक्ट अनिवार्य कर रखा है। 31 मार्च तक कोई प्रोजेक्ट नहीं लगवाता तो इसे बिल्डिंग बायलॉज की वॉयलेशन मानकर कार्रवाई होगी।


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