स्थानीय निकाय विभाग ने 30 तक मांगा मोहाली केवार्डो का विवरण
अगर सब कुछ ठीक रहा तो पंजाब में अक्टूबर माह तक नगर निगम (एमसी)के चुनाव हो सकते हैं।
जागरण संवाददाता, मोहाली : अगर सब कुछ ठीक रहा तो पंजाब में अक्टूबर माह तक नगर निगम (एमसी)के चुनाव हो सकते हैं। सरकारी स्तर से इसकी तैयारियां की जा रही हैं। मोहाली नगर निगम के 50 वार्डों के वोटर इस चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करेंगे। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि शहर में वार्डों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। मोहाली नगर निगम का पांच साल का कार्यकाल इस साल 26 अप्रैल को समाप्त हो चुका है। पिछले हफ्ते एमसी के अधिकारियों को जारी पत्र में स्थानीय निकाय विभाग की ओर से कहा गया कि 30 जुलाई को आबादी, ब्लॉक और नंबर के साथ वार्डों का विवरण प्रस्तुत करें। 50 वार्डों में 2.36 लाख लोग मतदान करेंगे। इनमें से 25,000 अनुसूचित जाति (एससी) श्रेणी के हैं।
सीटों के आरक्षण की यह है स्थिति
पांच सीटें एससी उम्मीदवारों के लिए, दो महिलाओं के लिए (एससी), तीन पिछड़ा वर्ग (बीसी) के लिए और दो महिला (बीसी) के लिए आरक्षित हैं। 43 सामान्य श्रेणी की सीटें हैं, जिनमें से 23 महिलाओं के लिए और 20 पुरुषों के लिए हैं। निगम कमिश्नर कमल कुमार ने कहा कि हालांकि अभी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की गई थी, लेकिन यह तय किया गया था कि चुनाव 50 वार्डो में होंगे। इसी आधार पर वार्डो की उम्मीदवारी के लिए आरक्षण तय हो चुका है। नहीं थम रहा सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला
पिछले कार्यकाल में कांग्रेस के 14 पार्षद थे। वहीं और शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी और आजाद समूह के 33 पार्षद और दो स्वतंत्र पार्षद थे। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू का कहना है कि कांग्रेस एमसी चुनाव के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मोहाली के लोगों ने विकास देखा है। पूर्व मेयर कुलवंत सिंह का कार्यकाल कई मुद्दों पर सिद्धू के साथ हुए विवादों के कारण काफी चुनौतीपूर्ण था। इस साल अप्रैल में उन्होंने एक-दूसरे पर बयानबाजी की थी। सिद्धू ने कहा कि पिछले आठ महीनों में मोहाली में सभी विकास कार्यों का श्रेय राज्य सरकार को जाना चाहिए। वहीं कुलवंत सिंह का कहना है कि अधिकांश विकास उनके कार्यकाल में हुए हैं। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने तो हमेशा शहर के विकास कार्यों में अड़चने पैदा की हैं।