कैप्टन सरकार को चुनाव आयोग ने दिया झटका, आइजी कुंवर विजय को SIT से हटाया
Loksabha Election 2019 के मद्देनजर चुनाव आयोग ने कैप्टन सरकार को बड़ा झटका दिया है। चुनाव आयोग ने आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह को एसआइटी से हटा दिया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। केंद्रीय चुनाव आयोग ने पंजाब की कैप्टन सरकार को बड़ा झटका दिया है। आयोग के आदेश के बाद अक्टूबर 2015 के बहुचर्चित बेअदबी, बहिबलकलां व कोटकपूरा गोलीकांड की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआइटी) के वरिष्ठ सदस्य आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह को एसआइटी से हटा दिया गया है। शिरोमणि अकाली दल ने उनके खिलाफ मीडिया में बयानबाजी करने को लेकर शिकायत की थी।
शिअद की शिकायत पर कैप्टन सरकार को केंद्रीय चुनाव आयोग का झटका, मीडिया में बयान देने पर कार्रवाई
आयोग ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि एसआइटी जांच को लेकर ऐसी कोई बयानबाजी नहीं कर सकती, जिससे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हो और चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो। शिअद के राज्यसभा सदस्य नरेश गुजराल ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि कुंवर विजय प्रताप सार्वजनिक रूप से मीडिया को बयान दे रहे हैं। इस पर आयोग ने पंजाब के गृह विभाग से रिपोर्ट मांगी थी।
गृह विभाग ने कुंवर विजय प्रताप को इमानदार अफसर बताते हुए क्लीन चिट दी थी। इतना ही नहीं, कैप्टन सरकार व कांग्रेस भी कुंवर विजय के साथ खड़ी हो गई थी। कांग्र्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ 4 अप्रैल को चार मंत्रियों व आधा दर्जन विधायकों के साथ पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. एस करुणा राजू से मिले थे। उन्होंने कुंवर के हक में एक मांग पत्र भी सौंपा था।
जाखड़ ने कहा था कि शिअद जांच से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए झूठी शिकायत कर रहा है। अब आयोग के आदेश से कैप्टन सरकार की चिंता बढ़ गई है। इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार शाम डीजीपी दिनकर गुप्ता के साथ बैठक की। इसमें आयोग के फैसले से एसआइटी के कामकाज को लेकर रिव्यू किया गया।
आयोग ने रिपोर्ट मांग कहा- चुनाव संबंधी जिम्मेदारी न दी जाए
चुनाव आयोग ने चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिए हैं कुंवर विजय प्रताप को एसआइटी से हटा कर इसकी रिपोर्ट आयोग को की जाए। कुंवर विजय प्रताप सिंह को चुनाव से संबंधित जिम्मेदारी न दी जाए।
कुंवर ने दिया था टीवी पर इंटरव्यू
फरीदकोट। आइजी कुंवर विजय प्रताप पर आरोप है कि उन्होंने 18 व 19 मार्च को एक टीवी चैनल पर एसआइटी की जांच से संबंधित इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने राजनीतिक टिप्पणियां भी की थी। साथ ही शिअद के एक नेता का भी नाम लिया था, जिसे आयोग ने राजनीति से प्रेरित व चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है।
जांच की जानकारी साझा करने से मना किया
केंद्रीय चुनाव आयोग के सचिव राहुल शर्मा ने पंजाब सरकार के प्रमुख सचिव को पत्र लिख कर कुंवर पर आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित कार्रवाई के भी आदेश दिए हैं। साथ ही एसआइटी को जांच संबंधी कोई भी जानकारी साझा करने से मना किया है।