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चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में गजब खेल, शिक्षक को स्कूल में मिलती है सैलरी, लेकिन ड्यूटी किसी दूसरे विभाग में

चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भारी कमी है। वहीं शिक्षकों को स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के बजाए दूसरे विभागों में भेज दिया गया है। शिक्षा विभाग में ज्यादातर शिक्षक और द्वितीय व तृतीय श्रेणी के कर्मचारी स्कूलों के बजाए दूसरे विभागों में काम कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Ankesh ThakurPublished: Wed, 28 Sep 2022 04:55 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2022 04:55 PM (IST)
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में गजब खेल, शिक्षक को स्कूल में मिलती है सैलरी, लेकिन ड्यूटी किसी दूसरे विभाग में
शिक्षकों को लेकर यह खुलासा आरटीआइ में हुआ है। सांकेतिक फोटो

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भारी कमी है। वहीं शिक्षकों को स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के बजाए दूसरे विभागों में भेज दिया गया है। शिक्षा विभाग में ज्यादातर शिक्षक और द्वितीय व तृतीय श्रेणी के कर्मचारी स्कूलों के बजाए दूसरे विभागों में काम कर रहे हैं। यह खुलासा आरटीआइ से हुआ है। आरटीआइ से मिली जानकारी के अनुसार शहर के हर स्कूल के दो से तीन शिक्षक और कर्मचारी दूसरे विभागों के काम कर रहे  हैं। 

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गवर्नमेंट माडल हाई स्कूल माैली के टीजीटी शिक्षक सुनील वर्मा की साल 1999 में ज्वाइनिंग हुई थी। वह स्कूल में सोशल स्टडी के शिक्षक हैं। साल 2009 से सुनील वर्मा चुनाव विभाग में ड्यूटी दे रहे हैं। सुनील वर्मा शिक्षक के तौर पर वार्षिक रिपोर्ट लेने के लिए चंद दिनों के लिए स्कूल आते हैं। बाकि दिनों में वह इलेक्शन डिपार्टमेंट में ही काम करते हैं। वर्ष 2020 में सुनील वर्मा को तत्कालीन एसडीएम साउथ रूपेश कुमार ने चुनाव विभाग से हटाकर वापस स्कूल भेज दिया था, लेकिन बाद में फिर से उन्हें दोबारा उसी काम पर बुला लिया। 

स्कूल में शिक्षक की कमी

गवर्नमेंट माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-20 में जेबीटी शिक्षक राजेश कुमार ने वर्ष 2019 से चुनाव विभाग में ड्यूटी कर रहे हैं। विभागीय जानकारों के अनुसार राजेश कुमार का वेतन शिक्षा विभाग स्कूल को जारी करता है, लेकिन वह काम चुनाव विभाग का कर रहे हैं। वहीं स्कूल में शिक्षक की कमी खल रही है। 

सेक्टर-20 से संस्कृत शिक्षक की पोस्ट खाली 

गवर्नमेंट माडल हाई स्कूल सेक्टर-19 के कार्यकारी हेडमास्टर केसर सिंह की स्कूल में नियुक्त साल 2019 में हुई थी। वह गवर्नमेंट माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-20 में बच्चों को पढ़ाते थे। केसर सिंह के जाने से सेक्टर-20 में संस्कृत शिक्षक की नियुक्त अभी तक नहीं हो पाई है। हालांकि उन्हें वेतन सेक्टर-20 के सरकारी स्कूल से ही मिलता है। 

ज्वाइनिंग के बाद से सचिवालय में काम कर रहा क्लर्क 

गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-20 में वर्ष 2018 में पंकज परासर की नियुक्ति रेगुलर क्लर्क के तौर पर हुई थी, लेकिन उन्होंने स्कूल में ज्वाइनिंग के बाद काम कभी काम ही नहीं किया। क्योंकि उन्हें सेक्टर-9 स्थित सचिवालय में भेज दिया गया और अभी भी वह वहीं काम करते हैं। स्कूल में क्लर्क का काम करने के लिए कांट्रेक्टर पर क्लर्क नियुक्त किया हुआ है। 


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