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इको सेंसटिव जोन घोषित नहीं करने का मामला नार्दन जोनल काउंसिल मीटिग में होगा हल

सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के इको सेंसटिव जोन की कई बार रिमाइंडर के बाद भी पंजाब और हरियाणा ने नोटिफाई नहीं किया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jun 2022 11:27 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jun 2022 11:27 PM (IST)
इको सेंसटिव जोन घोषित नहीं करने का मामला नार्दन जोनल काउंसिल मीटिग में होगा हल
इको सेंसटिव जोन घोषित नहीं करने का मामला नार्दन जोनल काउंसिल मीटिग में होगा हल

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी के इको सेंसटिव जोन की कई बार रिमाइंडर के बाद भी पंजाब और हरियाणा ने नोटिफाई नहीं किया। दोनों राज्यों में पड़ने वाले सेंक्चुरी के एरिया में लगातार अतिक्रमण और अवैध निर्माण होता रहा है। अब चंडीगढ़ इन दोनों राज्यों के मनमाने रवैये की शिकायत नार्दन जोनल काउंसिल (एनजेडसी) की मीटिग में गृह मंत्री अमित शाह के सामने उठाएगा। सोमवार को वाइल्डलाइफ स्टेट बोर्ड की प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में हुई मीटिग में यह निर्णय लिया गया। बोर्ड मीटिग में इको सेंसटिव जोन का एजेंडा भी लाया गया था। वर्षों से लंबित इको सेंसटिव जोन घोषित नहीं करने के मामले को एनजेडसी से हल कराया जाएगा। यह मीटिग नौ जुलाई को जयपुर में होगी।

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सीएचबी के हाउसिग प्रोजेक्ट को मंजूरी

आईटी पार्क में बनने वाले चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड के हाउसिग प्रोजेक्ट पर भी विस्तार से चर्चा हुई। बोर्ड ने सर्वसहमति से इस प्रोजेक्ट पर नेशनल बोर्ड आफ वाइल्डलाइफ से जरूरी क्लीयरेंस लेने का फैसला लिया। आईटी पार्क में सीएचबी ने 728 फ्लैट की जनरल हाउसिग स्कीम पर पर्यावरण संबंधी मंजूरी मांगी थी।

सुखना वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी के लिए मिलेगा परमिट

सुखना वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी में जाने के लिए विजिटर्स को आनलाइन परमिट मिलेगा। बोर्ड ने यह परमिट जारी करने को मंजूरी दे दी। बहुत ही कम फीस पर यह परमिट मिल जाएगा। इसके बाद सेंक्चुरी जा सकेंगे।

इको टूर बस सर्विस मिलेगी

चंडीगढ़ के विभिन्न फारेस्ट एरिया के लिए इको टूर बस सर्विस भी शुरू होगी। निर्धारित टिकट लेने के बाद यह बस बोटेनिकल गार्डन, पिकाक पार्क, बटरफ्लाई पार्क, पैरेट पार्क, सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी जैसी जगहों पर लेकर जाएगी।

बढ़ रही हरियाली

इस मीटिग में वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया देहरादून, बोटेनिकल सर्वे आफ इंडिया, जूलोजिकल सर्वे आफ इंडिया के प्रतिनिधि, एनजीओ और वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट मीटिग में शामिल हुए। मीटिग में चीफ कंजर्वेटर आफ फारेस्ट एंड वाइल्डलाइफ देबेंद्र दलाई ने बताया कि कैसे हरियाली को बढ़वा दिया जा रहा है और वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि ग्रीनरी लगातार बढ़ रही है। 50 फीसद से अधिक ग्रीन कवर है। प्रशासक ने इन प्रयासों को सराहा। एडवाइजर धर्म पाल, होम कम फोरेस्ट सेक्रेटरी नितिन यादव सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।


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