एरिया मेरा नहीं कहकर तीन महीने से ठगी के शिकार दंपती को परेशान कर रही पुलिस
पीड़ित दंपत्ति ने एसएसपी से गुहार लगाई थी। उन्होंने शिकायत जीरकपुर थाने में मार्क कर दी। इसके बावजूद मुलाजिम एरिया हमारा नहीं कहकर उन्हें टरका रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मोहाली : लाखों की ठगी के शिकार दंपती पिछले तीन महीने से कभी ढकौली तो कभी जीरकपुर थाने में चक्कर काट रहा है। पुलिस ने कार्रवाई करना तो दूर उनकी शिकायत तक नहीं ली है। पीड़ित दंपत्ति ने एसएसपी चाहल से गुहार लगाई थी। उन्होंने शिकायत जीरकपुर थाने में मार्क कर दी गई। इसके बावजूद मुलाजिम ज्यूरिडिक्शन का हवाला देकर कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।
दरअसल जीरकपुर के ग्लोबल बिजनेस पार्क में चार लोगों ने मिलकर विस्तारा इंटरनेशनल प्राइवेट लीमिटिड के नाम से कंपनी खोली। उन्होंने होटल मालिकों को फोन कर उनकी कंपनी से टाइअप करवाने के लिए कहा। इस ठगी की शिकार ढकौली निवासी दीपिका व उनका पति दिनेश हुए। पिछले तीन महीनों से वह कंपनी संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करवाने के नाम पर चक्कर काट रहे हैं। लेकिन न तो उनकी ढकौली पुलिस सुन रही है और न जीरकपुर पुलिस। उनकी शिकायत इस समय जीरकपुर पुलिस स्टेशन में तैनात एएसआइ बुट्टा सिंह के पास है। बुट्टा सिंह का कहना है कि ज्यूरिडिक्शन उनकी नहीं बनती है। सिक्योरिटी के नाम पर ठगे 1 लाख 10 हजार
दीपिका राणा ने बताया कि उन्होंने शिमला में एक होटल रेंट पर लिया हुआ है, जो पिछले करीब ढाई साल से उनके पास ही है। उनको विस्तारा इंटरनेशनल कंपनी की तरफ से संजय वर्मा नाम के शख्स का फोन आया और बताया कि वह कंपनी डायरेक्टर है और उनके साथ बिजनेस करना चाहते हैं। फोन पर ही संजय ने उनको बताया कि वह अन्य होटल मालिकों से भी बिजनेस कर रहे हैं। उनकी कंपनी ऑनलाइन कमरे बुक करवाती है और उसका कमीशन लेती है। लेकिन कंपनी का रूल है कि एक लाख 10 हजार बतौर सिक्योरिटी लेते हैं, जो 15 दिनों में रिफंडेबल होते हैं। उनका ऑफिस जीरकपुर के ग्लोबल बिजनेस पार्क में केबिन नंबर 204 में है। दंपती इस ऑफिस में पहुंचा। वहा पर कंपनी के चार डायरेक्टर संजय वर्मा, सचिन वर्मा, साहिल शर्मा व सोहन सिंह मिले। लेकिन संजय वर्मा ने उनसे बतौर सिक्योरिटी 1 लाख 10 हजार लिए और कहा कि वह उनकी विस्तार इंटरनेशनल कंपनी ऑनलाइन उनके होटल के रूम बुक करवाएगी और सिक्योरिटी राशि 15 दिनों में रिफंड हो जाएगी। कई माह बीत जाने के बाद न सिक्योरिटी वापस हुई न कोई रूम बुक करवाया गया। यहा तक फोन उठाना बंद कर दिया और वहा से ऑफिस भी शिफ्ट कर गए हैं। एक महीने तक शिकायत दबाए रखी, बाद में जीरकपुर भेजा
पीड़ित दंपती ने बताया कि सबसे पहले वह ढकौली पुलिस स्टेशन गए क्योंकि वह खुद ढकौली में रहते हैं। वहा पर करीब एक महीने के लिए उनकी शिकायत अपने पास रखी गई। जब वह पूछताछ करने जाते तो आश्वासन देकर वापस भेज देते। करीब महीने बाद जवाब मिला कि ज्युरिडिक्शन जीरकपुर पुलिस स्टेशन की बनती है। जिसके बाद वह जीरकपुर पुलिस स्टेशन गए पर वहा उनकी शिकायत ही नहीं ली गई। डीजीपी के पास जाने की तैयारी
दंपती का कहना है कि एसएसपी ऑफिस में गुहार लगाई तो शिकायत जीरकपुर एसएचओ सुखविंदर सिंह के पास पहुंची। सुखविंदर सिंह ने शिकायत एएसआइ बुट्टा सिंह को मार्क कर दी और अब कई दिनों तक शिकायत अपने पास रखकर बुट्टा सिंह ने भी जवाब दे दिया। पीड़ित दंपती का कहना है कि वह अब डीजीपी ऑफिस जाने की तैयारी में है। आखिर पता तो चले कि उनकी ज्युरिडिक्शन कौन से थाने में बनती है। मेरा एरिया वीआइपी रोड व लोहगढ़ रोड है। ग्लोबल बिजनेस पार्क किसी ओर एएसआइ के एरिया में आता है। इसलिए मैंने दो दिन पहले शिकायत को मुंशी को वापस लौटा दी। मामला मेरे एरिया का नहीं है।
-बुट्टा सिंह, एएसआइ जीरकपुर पुलिस स्टेशन।