सीवरेज लाइन टूटी, दिल्ली हाईवे और खेतों में भरा गंदा पानी
मैकडी से शताबगढ़ रोड पर सीवरेज के लिए डाली पाइप रविवार रात टूट गई। इस कारण बीती रात हुई बरसात के चलते ब्लाक हुआ सीवरेज ओवरफ्लो हो गया। यही वजह था कि सीवरेज का गंदा पानी सताबगढ़ और भुढ्डा गांव के खेतों के अलावा नेशनल हाईवे पर भर गया।
जासं, जीरकपुर : मैकडी से शताबगढ़ रोड पर सीवरेज के लिए डाली पाइप रविवार रात टूट गई। इस कारण बीती रात हुई बरसात के चलते ब्लाक हुआ सीवरेज ओवरफ्लो हो गया। यही वजह था कि सीवरेज का गंदा पानी सताबगढ़ और भुढ्डा गांव के खेतों के अलावा नेशनल हाईवे पर भर गया। इसे ठीक करने के लिए सीवरेज बोर्ड के जेई और स्टाफ पूरा दिन फाल्ट को ठीक करने में जुटा रहा। ऐसे में उन्हें रास्ता बंद करना पड़ा, जिस कारण ट्रैफिक को सिघपुरा की तरफ डायवर्ट किया तो नेशनल हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
बताया जा रहा है कि पीआर-7 से 200 फुट रोड पर मैकडी चौक की ओर जाने वाले रास्ते के नीचे से सीवरेज पानी की पाइप टूट गई थी। दिलचस्प है कि पांच महीने पहले भी यह पाइप लाइन टूटी थी। अब किसानों ने फसल खराब होने को लेकर सरकार से मुआवजे व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। घग्गर नदी में छोड़ा जाता है ट्रीटमेंट प्लांट का पानी
बता दें कि सिघपुरा गांव में बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में सीवरेज का पानी ट्रीट करने के बाद उसे घग्गर नदी में सीवरेज लाइन के जरिये छोड़ा जाता है। सीवरेज की सफाई दौरान अंदर से बड़े पत्थर व कबाड़ बाहर निकाला गया, जिस कारण सीवरेज ब्लाक था। इस समस्या को ठीक करने के लिए करीब चार घंटे लगे। दूसरी तरफ किसानों ने सीवरेज का पानी खेतों से निकालने के लिए पंप का इस्तेमाल किया। इसके इलावा नेशनल हाइवे पर बनाए जा रहे फ्लाईओवर के निर्माण में भी सीवरेज का पानी भर गया, जिस कारण काम काफी प्रभावित रहा। सीवरेज लाइन टूटने के बाद ढक्कन बीच में फंस गया था। इससे सीवरेज ब्लाक हो गया था। इसी वजह से पानी ओवर फलो हुआ। लेकिन अब इसे ठीक कर लिया गया है।
- रजनीश, एसडीओ सीवरेज विभाग।