World Heart Day 2022: कम उम्र में बढ़ने लगा हृदय रोग, PGI चंडीगढ़ में आ रहे 15 से 35 साल के मरीज
World Heart Day 2022 वर्ल्ड हार्ट डे एक जरूरी एनुअल प्रोग्राम है जिसे हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है। हृदय रोग और हृदय रोगों के मैनेजमेंट के लिए इसके निवारक उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
विशाल पाठक, चंडीगढ़। World Heart Day 2022: वर्ल्ड हार्ट डे एक जरूरी एनुअल प्रोग्राम है, जिसे हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है। हृदय रोग और हृदय रोगों के मैनेजमेंट के लिए इसके निवारक उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व स्तर पर कई एक्टिविटीज और अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन करके यह दिन मनाया जाता है।
देखने में आया है कि अब कम उम्र में ही लोगों को हृदय से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कम उम्र में ही लोगों को हार्ट अटैक और हृदय की अन्य बीमारियों से जूझना पड़ता है। इसका मुख्य कारण है कम उम्र में ही नशे आदि का सेवन और खराब खानपान।
पीजीआइ के कार्डियोलाजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि कम उम्र में ही लोगों में हृदय रोग हो जाना एक बड़ी समस्या है। पीजीआइ में 15 साल से लेकर 35 साल की उम्र के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। हार्ट में ब्लाकेज और हृदय का सामान्य तरीके से काम न करने जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं।
प्रोफेसर राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि इस सबके अलावा लोगों में मोटापा और उच्च रक्तचाप भी हृदय रोग की सबसे बड़ी वजह सामने आ रही है। उन्होंने बताया कि युवाओं में बढ़ती इस समस्या का निदान केवल अच्छे खान-पान, नशे से दूर और बेहतर लाइफस्टाइल के जरिए ही मुमकिन है।
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए नमक का सेवन कम करें
प्रोफेसर राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि हृदय को स्वस्थ रखने के लिए एक व्यक्ति को दिन भर में 5 ग्राम नमक से ज्यादा का सेवन नहीं करना चाहिए। नमक के कम सेवन से हम अपने हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं। इसके अलावा हर व्यक्ति को अपने खानपान में हरी सब्जियों को जरूर शामिल करना चाहिए। यह ध्यान रहे कि एक व्यक्ति को प्रतिदिन 200 ग्राम तक हरी सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए। इसके अलावा दाल और फलों को भी प्रतिदिन 200 ग्राम का सेवन करना चाहिए। वहीं, खाने से मिलने वाले फाइबर की मात्रा 20 ग्राम प्रति दिन अवश्य होनी चाहिए, जिससे एक व्यक्ति अच्छे खान-पान से अपने हृदय को स्वस्थ रख सकता है।
रोजाना कम से कम 30 से 35 मिनट का व्यायाम जरूरी
उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को रोजाना कम से कम 30 से 35 मिनट व्यायाम जरूर करना चाहिए, इससे शरीर में रक्त प्रवाह तेज होता है। व्यायाम करने से हृदय की मांसपेशियों और नसों में रक्त का प्रवाह तेज होने से वह सामान्य तरीके से काम करता है जिससे कि व्यक्ति को फिर कोई हृदय रोग नहीं होता।
जल्द पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग की सलाह
- 20 वर्ष की आयु में ही स्क्रीनिंग से खतरे की संभावना का पता चल जाता है।
- स्मोकिंग, डाइट, एल्कोहल और फिजिकल एक्टिविटी का नियमित मुल्यांकन जरूरी है।
- हर दो साल में ब्लड प्रैशर, बाडी मास इंडेक्स और नब्ज की गति रिकार्ड जरूर करें। फास्टिंग सीरम कोलेस्ट्रोल और ब्लड ग्लूकोज को व्यक्ति में खतरे को देखते हुए कम से कम हर पांच वर्ष बाद जांच कराएं।
- 40 वर्ष की आयु में प्रत्येक व्यक्ति को दिल की बीमारियों के संबंध में मूल्यांकन कराना चाहिए। इसमें ईसीजी, इको और टीएमटी कराएं। दो से पांच वर्ष के अंतराल में यह दोबारा कराना चाहिए। स्मोकिंग करने वाले, डायबिटीज, मोटापा और दिल में कोई दर्द हो तो 30 वर्ष की आयु में ही स्क्रीनिंग कराएं।