कोरोना संक्रमित चंडीगढ़ के पुलिस जवानों के लिए डॉक्टर्स की स्पेशल टीम बनी संजीवनी, रिकवरी रेट बढ़ा
कोरोना संक्रमित होने वाले फ्रंटलाइन वॉरियर्स पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ने लगी थी। विभाग की तरफ से उनकी देखभाल योग रूटीन चेकअप और मानसिक तनाव दूर करने के लिए डॉक्टर की एक स्पेशल टीम गठित की गई है। अब जवानों की ठीक होने की दर बढ़ रही है।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से की चपेट में चंडीगढ़ पुलिस विभाग के जवान भी बड़ी संख्या में संक्रमण की चपेट में आए। ऐसे में संक्रमित होने वाले फ्रंटलाइन वॉरियर्स पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ने लगी थी। विभाग की तरफ से उनकी देखभाल, योग, रूटीन चेकअप और मानसिक तनाव दूर करने के लिए डॉक्टर्स की एक स्पेशल टीम गठित की गई है।
डीजीपी संजय बेनीवाल के निर्देशानुसार बनाई टीम संक्रमित जवानों का हौसला बढ़ाने के साथ रूटीन चेकअप पर भी टेलीफोन से माध्यम से ध्यान दे रही है। डॉक्टर की स्पेशल टीम गठन के बाद पुलिसकर्मियों की रिकवरी दर भी बढ़ी है। टीम पुलिसकर्मियों को बूस्टर किट, विटामिन सी, जिंक की गोलियों भी दी जा रही हैं ताकि वह जल्द संक्रमण से ठीक हो सकें।
हेल्पलाइन नंबर भी किया गया है जारी
संक्रमित जवानों का हौसला बढ़ाने और तनाव दूर करने के लिए हेल्पलाइन नंबर -112 भी शुरू किया गया है। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. सीमा विनायक हेल्पलाइन नंबर 112 पर उपलब्ध होंगी। पॉजिटिव जवानों के तनाव को कम करने के लिए और मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए मोबाइल नंबर 82830-35100 पर भी उपलब्ध है।
डीजीपी, एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर सहित मुलाजिम भी हो चुके हैं संक्रमित
डीजीपी संजय बेनीवाल, एसपी मनोज कुमार मीणा, पूर्व एसपी सिटी विनीत कुमार, डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल, डीएसपी राजीव अंबस्ता, इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारी संक्रमित हुए थे। इसके बाद तीन फरवरी को सेक्टर 26 स्थित पुलिस लाइन में पुलिस कर्मियों का टीकाकरण शुरू किया गया था। इस दौरान डीजीपी संजय बेनीवाल ने सबसे पहले टीका लगवाया था। इसके बाद से करीब 5975 ने टीकाकरण करवाया था।