हैकर्स के निशाने पर डिजिटल सिटी चंडीगढ़
डिजिटल सिटी चंडीगढ़ इन दिनों हैकर्स के साइबर अटैक से परेशान है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : डिजिटल सिटी चंडीगढ़ इन दिनों हैकर्स के साइबर अटैक से परेशान है। साइबर हैकर्स ने शहर के रिटायर्ड चीफ जस्टिस, वाइस चांसलर, बैंक अधिकारी, आइपीएस से लेकर एक एसपी सिटी तक को नहीं छोड़ा। पुलिस ने जनवरी में साबइर क्राइम के सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 667 मामले दर्ज किए हैं। इनमें से 90 प्रतिशत केस अनसॉल्व हैं। साइबर क्राइम में चंडीगढ़ देशभर में 7वें नंबर पर
2019 में 4793 साइबर क्राइम की वारदात दर्ज हुई थी जिसमें सिर्फ जनवरी में 336 मामले थे। इसी तरह 2017 में कुल 2,242 और 2018 में कुल 3,167 साइबर की शिकायतें दर्ज हुई थी। 2018 की 70 और 2019 की 58 प्रतिशत शिकायतें विभाग के पास पेंडिग हैं। जबकि 2020 के करीब 90 प्रतिशत केस अनसॉल्व हैं। ऑनलाइन ठगी में पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़कर चंडीगढ़ देश में सातवें नंबर पर है। चंडीगढ़ पुलिस 90 प्रतिशत केसों को सॉल्व नहीं कर पाई है। जजों, आइएएस और आइपीएस अधिकारियों को लगाया चूना
-सितंबर 2019 में हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस मनमोहन सिंह लिबराहन से डेबिट कार्ड वेरिफिकेशन के नाम पर 2.31 लाख ठगे गए थे।
-सितंबर 2017 में हरियाणा के पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी के पोते रोहन प्रताप सिंह सोलंकी की अकाउंट डिटेल्स लेकर दो बार में ओला वॉलेट बिल के माध्यम से 50 हजार रुपये की ठगी हुई।
-मई 2015 में शहर के तत्कालीन सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस परविदर सिंह को फर्जी पॉलिसी का झांसा देकर ठगने की कोशिश की गई। लेकिन एसपी सिटी ने सतर्कता दिखा दिल्ली के न्यू अशोक नगर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
-बैंक ऑफ इंडिया से रिटायर्ड एजीएम पवन कुमार केसरी, सिंडीकेट बैंक से सुरेश शर्मा और सेक्टर-47 निवासी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से रिटायर्ड एसी शर्मा से साइबर ठगों ने नकली वाट्सएप डीपी लगाकर मदद के नाम पर 3.30 लाख की ठगी की थी। जागरूकता ही बचाव : राजेश राणा, साइबर एक्सपर्ट
-किसी व्यक्ति से ऑनलाइन डिटेल्स फोन पर या आमने-सामने भी शेयर न करें।
-क्रेडिट-डेबिट और एटीएम कार्ड के ओटीपी पिन शेयर न करें।
-किसी भी जॉब, ज्यादा फायदे वाले इन्वेस्टमेंट और लॉटरी के झांसे में न आएं।
-ऑनलाइन ठगी होने पर तुरंत साइबर सेल और संबंधित बैंक को शिकायत दें। जनवरी 2020 में विभिन्न तरीके से 667 ठगी की शिकायतें दर्ज हुई हैं। साइबर क्राइम तेजी से बढ़ने और हाईटेक तरीके आने की वजह से मैनपावर और टेक्नोलॉजी सेल से जोड़ा जा रहा है। सभी पुलिस स्टेशन में साइबर से जुड़ी शिकायतें दर्ज करने और जांच करने की प्रक्रिया शुरू करवाने की लिखित तौर पर मांग की गई है।
-रश्मि शर्मा, डीएसपी, साइबर सेल