कर्मचारी संगठनों ने पंजाब सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
अलग अलग कर्मचारी संगठनों की ओर से मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, मोहाली : अलग अलग कर्मचारी संगठनों की ओर से मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। सेंटर फॉर इंडियन ट्रेंड यूनियन (सीटू) के आह्वान पर फेज-8 में हुई रैली में विभिन्न मजदूर संगठनों के अलावा ट्रांसपोर्ट, आशा वर्करों, ग्रामीण चौकीदारों ने भाग लिया। कर्मचारियों की ओर से एक रैली निकाली गई, जोकि फेज-10 में श्रम कमिश्नर के कार्यालय के सामने जाकर समाप्त हुई। जहां पर सीटू पदाधिकारियों व धरने में शामिल कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सीटू पदाधिकारियों ने कहा कि अगर मांगें न मानी गई तो जल्द ही कांग्रेस के विधायकों का घेराव किया जाएगा। सीटू के जनरल सचिव रघुनाथ सिंह, प्रधान महा सिंह ने कहा कि इन सभी मांगों को जल्द पूरा किया जाए। वहीं सीटू की ओर से एक मांग पत्र प्रशासन को दिया गया। इसमें मुख्यमंत्री से सभी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की गई। इन कारणों से फूटा गुस्सा
-कोरोना महामारी के दौरान सरकार की ओर से कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर दी गई है।
-सरकार की ओर से डीए का नोटिफिकेशन भी अभी तक जारी नहीं किया गया है।
- ठेके पर काम कर रहे कच्चे कर्मचारियों को पक्का नहीं किया जा रहा है। कर्मियों ने कहा- केवल पूंजीपतियों की है केंद्र सरकार
वहीं सीटू की ओर से घोषणा की गई कि संगठन के सदस्य और पदाधिकारी 25 सितंबर को संसद में धक्के से पास किए गए किसान विरोधी बिलों के खिलाफ होने वाले चक्काजाम में भाग लेंगे। सीटू पदाधिकारियों ने केंद्र पर भी हमला बोला। पदाधिकारियों व प्रदर्शन में शामिल कर्मचारी नेताओं ने कहा कि केंद्र में जो सरकार राज कर रही है वे पूंजीपतियों की सरकार है। सरकार कर्मचारी विरोधी नीतियां बना रही है। जहां तक की सरकारी विभागों का भी निजीकरण कर रही है। जोकि नहीं होने दिया जाएगा।