Controlling Diabetes: खानपान और रहन-सहन में बदलाव से एेसे कंट्रोल होगी बीमारी Chandigarh News
एचबीए1सी की जांच तीन महीने के लिए ब्लड शुगर नियंत्रण के औसत स्तर का अनुमान देती है। सर्वे में चंडीगढ़ के 57 प्रतिशत पुरुष और 43 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं।
चंडीगढ़, जेएनएन। खान-पान और रहन-सहन में नियंत्रण स्थापित करके Diabetes पर काबू पाया जा सकता है। यह बात नोवो नोर्डिस्क एजुकेशन फाउंडेशन के इम्पेक्ट इंडिया 1000-डे चैलेंज’ प्रोग्राम की हालियां रिपोर्ट में साबित हो रही है। इसमें चंडीगढ़ के छह हजार मरीजों पर एक साल के दौरान किए गए सर्वे में यह रिजल्ट सामने आया है कि एचबीए1सी लेवल 7.87 प्रतिशत से मामूली बढ़कर 7.88 प्रतिशत पहुंचा है।
एचबीए1सी के औसत स्तर में मामूली वृद्धि
एचबीए1सी की जांच तीन महीने के लिए ब्लड शुगर नियंत्रण के औसत स्तर का अनुमान देती है। सर्वे में चंडीगढ़ के 57 प्रतिशत पुरुष और 43 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं। इस रिपोर्ट के संबंध में PGI के इंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. अनिल भंसाली का कहना है कि India Diabetes Care Index की ताजा रिपोर्ट के अनुसार एचबीए1सी के औसत स्तर में मामूली वृद्धि हुई है।
यह डायबिटीज को और अधिक नियंत्रित करने के लिए सचेत और जागरूक करने में सहायक साबित हो सकता है। इसके लिए हमें जीवनशैली के बदलाव लाना होगा। डॉ. भंसाली ने बताया कि डायबिटीज को अच्छे ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है यदि लोग स्वस्थ आहार लें, नियमित व्यायाम करें और अपने ब्लड शुगर लेवल पर नियमित नजर रखें, साथ ही समय पर दवा लें।
100 वर्षों से चेंजिंग डायबिटीज पर कर रहे काम
इस प्रोग्राम के बारे में नोवो नोर्डिस्क एजुकेशन फाउंडेशन के ट्रस्टी डॉ. अनिल शिंदे ने बताया कि नोवो नोर्डिस्क में हम लगभग 100 वर्षों से चेंजिंग डायबिटीज पर काम कर रहे हैं। यह प्रोग्राम एक वर्ष पहले लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य है एचबीए1सी के राष्ट्रीय औसत को घटाकर एक प्रतिशत करना, जिससे भारत में डायबिटीज से संबंधित जटिलताओं का जोखिम कम करने में मदद मिल सकती है।