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डेंगू को लेकर मोहाली स्वास्थ्य विभाग ने चेताया; अभी भी नहीं संभले तो घातक होंगे परिणाम, बलौंगी में हालात खराब

मोहाली के साथ लगते बलौंगी में हालात बेकाबू हैं। बलौंगी में डेंगू के केस लगातार सामने आ रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह गंदगी है जहां मच्छरों का अंबार लगा हुआ है। बलौंगी में जगह जगह गंदगी के ढेर हैं। पानी एकत्रित है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 03:28 PM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 03:28 PM (IST)
डेंगू को लेकर मोहाली स्वास्थ्य विभाग ने चेताया; अभी भी नहीं संभले तो घातक होंगे परिणाम, बलौंगी में हालात खराब
बलौंगी थाने में खड़ी कंडम गाड़ियों में भी पानी भरा हुआ है जहां मच्छर पैदा हो रहे हैं।

जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली जिले में डेंगू ने कहर ढाया हुआ है। रोजाना सैकड़ों डेंगू मरीज मिल रहे हैं। इससे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टेंशन बढ़ गई है। वहीं, बात करें मोहाली शहर की तो मोहाली के साथ लगते बलौंगी में हालात बेकाबू हैं। बलौंगी में डेंगू के केस लगातार सामने आ रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह  गंदगी है, जहां मच्छरों का अंबार लगा हुआ है। बलौंगी में जगह जगह गंदगी के ढेर हैं। पानी एकत्रित है।

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सेहत विभाग के अधिकारियों ने जिले के लोगों को चेताया है कि संभल जाओ नहीं तो आने वाले दिनों में डेंगू को लेकर हालत बेकाबू हो जाएंगे। डेंगू बुखार के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. विक्रांत नागरा ने गांव बलौंगी में विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया। बलौंगी में अब तक डेंगू बुखार के 211 मामले सामने आ चुके हैं। डॉ. नागरा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के दौरे का मकसद यह पता लगाना था कि अकेले बलौंगी से ही इतने मामले क्यों सामने आ रहे हैं। 

टीम ने बलौंगी का दौरा किया तो पाया कि यहां कई जगहों पर काफी गंदगी है। खासकर खाली बोतलें, डिस्पोजेबल गिलास और घरों की छतों पर प्लास्टिक का कचरा बिखरा हुआ है। प्लास्टिक कचरा मच्छरों के लिए सबसे उपयुक्त प्रजनन स्थल है। क्योंकि खाली बोतलें, गिलास और अन्य सामान में बारिश का पानी जमा हो जाता है। जिसमें मच्छर स्वाभाविक रूप से पैदा होते हैं। कई लोगों ने घरों में बड़ी मात्रा में पानी जमा कर रखा है जहां मच्छरों के लारवा जमा हो रहा है। साथ ही पुलिस थाना के सामने मंडी की स्थिति काफी खराब है। थाने के सामने बड़ी संख्या में कंडम वाहन खड़े हैं, जिनमें पानी जमा होता रहता है और ये मच्छरों के प्रजनन स्थल हैं। 

डॉ. नागरा ने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग डेंगू के मामलों को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। लोगों को इस घातक बीमारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगन से काम कर रही हैं। टीम ने लोगों से अपील की कि वे अपने घरों और आसपास कहीं भी पानी न जमा होने दें और अन्य आवश्यक सावधानियों के बारे में भी बताया। ऐसे कपड़े पहने जिससे पूरा शरीर ढके। अगर कोई संदिग्ध डेंगू पीड़ित है तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाएं और जांच कराएं। सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और इलाज निशुल्क है। किसी भी जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है।


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