पिक एंड ड्राप के नाम पर पार्किंग रेट बढ़ाने पर चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन
पिक एंड ड्राप के नाम पर पार्किंग के बढ़ाए गए रेट के खिलाफ वीरवार को टैक्सी और आटो चालकों ने रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया। आटो और टैक्सी चालक यूनियन ने रेलवे स्टेशन के बाहर नए कांट्रैक्टर स्टेशन अधीक्षक और अंबाला रेलवे मंडल के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पिक एंड ड्राप के नाम पर पार्किंग के बढ़ाए गए रेट के खिलाफ वीरवार को टैक्सी और आटो चालकों ने रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया। आटो और टैक्सी चालक यूनियन के पदाधिकारियों ने रेलवे स्टेशन के बाहर नए कांट्रैक्टर, स्टेशन अधीक्षक और अंबाला रेलवे मंडल के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। टैक्सी व आटो चालकों ने नए रेट वापस लिए जाने की मांग की।
आटो चालक रमेश कुमार और टैक्सी चालक धीरेंद्र ने कहा कि कुछ दिन पहले ही अंबाला रेलवे मंडल ने नए रेट लागू किए हैं, नई व्यवस्था लागू करने से पहले इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई, आनन-फानन में रेलवे के अधिकारियों ने एक प्राइवेट कंपनी को टेंडर अलाट कर रातोंरात नई व्यवस्था लागू कर दी। बता दें कि नई व्यवस्था के तहत जो रेट तय किए गए थे, वह लोगों के विरोध के बाद रेट में बदलाव किया गया है।
दैनिक जागरण ने यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद अंबाला रेलवे मंडल के सीनियर डीसीएम हरिमोहन बीते रोज चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन आए और रेट में किए गए बदलाव की घोषणा की। अब पिक एंड ड्राप के समय 30 मिनट की देरी पर एक हजार रुपये जुर्माना नहीं लगेगा, अब 30 मिनट से ज्यादा समय लगने पर 200 रुपये जुर्माना देना होगा। निजी वाहन चालकों को पहले छह मिनट के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा, जबकि कामर्शियल वाहनों को छह मिनट के लिए 30 रुपये देने होंगे।
अब छह से 15 मिनट के बीच वाहन चालक को 50 रुपये देने होंगे, जबकि कामर्शियल और निजी वाहनों पर 15 मिनट से ज्यादा समय लगने पर अब 200 रुपये जुर्माना देना होगा। पास महंगा किए जाने को लेकर उठाई आवाज टैक्सी और आटो चालकों ने बताया कि पहले रेलवे स्टेशन पर महीने का पास बनता था। नई व्यवस्था के तहत अब यह पास भी महंगा कर दिया गया है।
पहले टैक्सी चालक को महीने के पास के लिए 500 रुपये और आटो चालक को 300 रुपये मंथली पास की फीस देनी पड़ती थी। लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत यह पास भी महंगा कर दिया है, अब टैक्सी चालक को मंथली पास के लिए तीन हजार रुपये और आटो चालक को 1200 रुपये देने होंगे।