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अपनी मजबूत इच्छा शक्ति और प्रतिरक्षा के दम पर हराया कोरोना को

वायरस के बढ़ते केसों के बीच कुछ खबरें राहत देने वाली भी आ रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 10:06 PM (IST)Updated: Tue, 07 Apr 2020 10:06 PM (IST)
अपनी मजबूत इच्छा शक्ति और प्रतिरक्षा के दम पर हराया कोरोना को
अपनी मजबूत इच्छा शक्ति और प्रतिरक्षा के दम पर हराया कोरोना को

संदीप कुमार, मोहाली : जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के बीच कुछ खबरें राहत देने वाली भी आ रही हैं। कोरोना के संक्रमण में आ रहे मरीजों में कई ठीक होकर वापस घर भी लौट रहे हैं। नोडल ऑफिसर डॉ. हरमन बराड़ के अनुसार अब तक मोहाली में चार लोग कोरोना को मात देकर अपने-अपने घर लौट चुके हैं जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। इन लोगों ने अपनी मजबूत इच्छा शक्ति और प्रतिरक्षा के दम पर ठीक होकर कोरोना को हराया है। मोहाली से जिन चार लोगों को छुट्टी मिली है, उनमें फेज-3ए की दो सगी बहनें शामिल हैं जिनकी उम्र 69 साल व 74 साल हैं। जबकि कुछ दिन पहले लंदन से लौटा कोरोना पॉजिटिव 42 वर्षीय युवक भी जीएमसीएच-32 से स्वस्थ होकर घर लौटा था। इनके अलावा सेक्टर-68 निवासी 81 वर्षीय महिला भी मैक्स अस्पताल से ठीक होकर सोमवार को डिस्चार्ज होकर घर लौटी है। उक्त सभी लोग 15 दिन तक उपचार के बाद निगेटिव रिपोर्ट आने पर डिस्चार्ज किए गए हैं। शुरुआत में मैंने हल्के में लिया था मामला

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कोरोना को हराने वाली फेज-3ए की रहने वाली 69 वर्षीय महिला ने बताया कि उन्होंने यूके से उड़ान भरी थी। मेरा मानना है कि मेरे सहयात्री को कोरोना था और यात्रा के दौरान उससे मुझे संक्रमण हो गया। शुरुआती लक्षण दिखने के बाद मैंने उसे हलके में लिया जिस कारण उसकी वजह से उसकी 74 वर्षीय बड़ी बहन भी शिकार हो गई। दोनों बहनों को हेल्थ विभाग ने तुरंत आइसोलेट किया था। डर था कि शायद ही ठीक हो पाउं

वहीं, कोरोना से बचने के बाद 43 वर्षीय व्यक्ति ने कहा कि कोरोना वायरस की पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर शुरू में वह तनाव में चला गया था। इलाज के साथ-साथ उसमें इस बात का डर भी था कि क्या वह ठीक हो जाएगा। लेकिन स्वास्थ्य सेवा और जिला प्रशासन ने मुझे तनावमुक्त करने में काफी मदद की। उन्होंने मेरे परिवार का भी टेस्ट लिया और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। मुझे आइसोलेट किया गया। रोजाना दो बार होता था टेस्ट

इस खतरनाक वायरस से 15 दिन तक लड़ने वाले युवक ने बताया कि इलाज करने वाले डॉक्टरों ने मुझे भरोसा दिलाया और मेरा सही तरीके से उपचार किया। प्रतिदिन सुबह और शाम मेरा परीक्षण किया जाता था। युवक ने जीएमसीएच-32 के डॉक्टरों, नर्सिग स्टाफ और स्वच्छता कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से अस्पताल में बेहतर सुविधाएं मिल सकी। यह उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है कि मैं कोरोना को हरा सका। लोगों से कोरोना को हराने वालों की अपील

व्यक्ति ने कोरोना को खत्म करने के लिए सभी लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखने और लॉकडाउन का पालन करने की अपील भी की। साथ ही यह भी कहा कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से दी जा रही गाइडलाइन का पालन जरूर किया जाए तभी तेजी से इलाज संभव है।


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