Punjab Toll Plaza: दलबीर गोल्डी बोले- बंद होना ही था टोल प्लाजा, सीएम भगवंत मान ने किया ड्रामा
पंजाब कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक दलबीर गोल्डी ने धूरी में टोल प्लाजा बंद करने की सीएम की घोषणा को नाटक कहा है। गोल्डी ने कहा कि इस टोल प्लाजा की मियाद खत्म हो गई थी इसे बंद होना ही था।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। धुरी के पूर्व विधायक दलबीर सिंह गोल्डी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर सीधा हमला बोला है। गोल्डी ने कहा कि संगरूर में मुख्यमंत्री की टोल प्लाजा बंद करने की घोषणा अपने आप में ही हास्यास्पद है, क्योंकि टोल प्लाजा रात को 12:00 बजे बंद होने वाला था।
उन्होंने कहा कि इस टोल प्लाजा के खिलाफ उन्होंने तीन सरकारों में लड़ाई लड़ी है। टोल प्लाजा वालों ने मेरे ऊपर केस भी किया हुआ है, जिसमें वह मुझसे 35 लाख रुपये प्रतिमाह हर्जाना की मांग कर रहे हैं। गोल्डी ने कहा कि राज्य सरकार के वकील उस केस को लड़ रहे हैं, क्योंकि उन्होंने टोल प्लाजा के समानांतर लोगों के साथ मिलकर के एक सड़क बनाई थी, जिससे लोग गुजरते हैं।
गोल्डी ने कहा कि टोल प्लाजा के प्रबंधक इसीलिए उनसे हर्जाने की मांग कर रहे हैं। कहा कि भगवंत मान को पता था कि टोल प्लाजा रात को बंद हो जाएगा। इससे पहले उन्होंने यह ड्रामा किया। इसकी मुख्य वजह केवल हिमाचल और गुजरात के विधानसभा चुनाव हैं।
गोल्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री टोल प्लाजा की मियाद खत्म होने से एक घंटा पहले तक इसे बंद नहीं करवा पाए, जब समय सीमा पूरी हुई तभी टोल प्लाजा बंद हुआ। पूर्व विधायक ने कहा कि चूंकि यह केस हाई कोर्ट तक पहुंच गया है और मुख्यमंत्री को भी पता था कि टोल प्लाजा को एक्सटेंशन नहीं मिलने वाली है, इसलिए उन्होंने यह सारा ड्रामा किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक बार भी अपने संबोधन में उनका नाम नहीं लिया कि क्षेत्र के एक युवा नेता ने इस टोल प्लाजा के खिलाफ 2014 से लेकर के 2022 तक की लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि इस दौरान भगवंत मान दो बार इस क्षेत्र से सांसद रहे, लेकिन उन्होंने कभी भी इस टोल प्लाजा के खिलाफ आवाज नहीं उठाई।
गोल्डी ने कहा कि लाडोवाल टोल प्लाजा की मियाद पूरी हो चुकी है। इसे क्यों नहीं बंद करवाया जा रहा है। गोल्डी ने कहा कि लडोवाल टोल प्लाजा प्रबंधन एक मामूली सा केस डालकर अभी तक लोगों से टोल वसूल रहे हैं।