ग्रीन सिग्नल में पहले चार सेकेंड होंगे साइकिल सवारों के लिए
प्रस्ताव - पार्किग में दस फीसद स्पेस होगा साइकिल के लिए लोहे के स्टैंड लाक करने के लिए होंगे - साइकिल प्रमोशन पालिसी के ड्राफ्ट में होंगे ऐसे प्रविधान - साइकिल और सवार दोनों की सुरक्षा होगी सुनिश्चित
बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी के बाद शहर में साइकिल चलाने वालों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि चालक के साथ साइकिल की सुरक्षा भी प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। इस लिए ऐसा प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है कि, शहर के सभी ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर सिग्नल ग्रीन होने पर पहले चार सेकेंड केवल साइकिल सवारों के लिए होंगे। उनके जाने के बाद ही अन्य ट्रैफिक गुजरेगा। वहीं जैसे-जैसे शहर में साइकिल बढ़ने लगीं हैं इनकी चोरी भी बहुत बढ़ गई हैं। अब साइकिल और राइडर दोनों की सुरक्षा का प्रविधान साइकिल प्रमोशन पालिसी में किया जा रहा है।
प्रशासन साइकिल पालिसी का ड्राफ्ट तैयार कर रहा है। इस पालिसी ड्राफ्ट में दोनों की सुरक्षा के लिए अहम बिदु शामिल किए गए हैं। साइकिल सुरक्षा के लिए कारों की प्रत्येक पार्किग में दस फीसद जगह आरक्षित रहेगी। पार्किंग में साइकिल को लाक किया जा सके इसके लिए लोहे के स्टैंड बनाए जा रहे हैं। कई पार्किग में ऐसे स्टैंड बनाए भी जा चुके हैं।
वहीं दूसरा सबसे अहम बिंदू साइकिल चालक की सुरक्षा का है। इसके लिए ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर सिग्नल ग्रीन होने पर पहले चार सेकेंड साइकिल सवार के लिए होंगे। मेन ट्रैफिक शुरू होने से पहले साइकिल सवार रोड क्रास कर लेंगे। इसके बाद ही बाकी ट्रैफिक चलेगा। ऐसा प्रविधान ड्राफ्ट में किया जा रहा है। कोई नियमों का उल्लंघन करते हुए पहले चलेगा तो कैमरों के जरिए तुरंत चालान काटे जाएंगे। हादसों में सबसे अधिक मौत साइकिल और पैदल यात्रियों की
सड़क हादसों में सबसे अधिक मौत पैदल और साइकिल सवारों की होती है। हालांकि साइकिल ट्रैक और जेब्रा क्रासिग बनने के बाद पिछले दो वर्षो में इसमें कमी आई है, लेकिन अब भी हादसे रुके नहीं हैं। इसका कारण यह भी है कि साइकिल सवार ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर रुकते नहीं हैं। वह सिग्नल रेड होने पर भी क्रासिग करते हैं। ऐसे में कई बार दूसरी साइड ग्रीन सिग्नल की वजह से तेज गति से आ रहा वाहन टकराने से बड़ा हादसा हो जाता है। खासकर उन चौक पर जहां से राउंडअबाउट को हटाया जा चुका है। राउंडअबाउट पर गति काफी हद तक नियंत्रित रहती है। पालिसी ड्राफ्ट में और भी बहुत कुछ
प्रशासन जो साइकिल प्रमोशन पालिसी का ड्राफ्ट बना रहा है उसमें सबसे अहम कारों की जगह छोटी छोटी दूरी साइकिल से तय करने पर फोकस रहेगा। लोग कार छोड़कर साइकिल से चलें इसके लिए उन्हें कई तरह के प्रोत्साहन दिए जाएंगे। पूरे सप्ताह साइकिल पर आने वाले कर्मचारियों को सप्ताह में आधे दिन का रेस्ट देना भी इसमें शामिल है। प्राइवेट सेक्टर ऐसे इंप्लाइज को इंसेंटिव दे ऐसा प्रविधान होगा। कर्मचारियों को हेल्थ और वेलनेस प्रोग्राम में सालाना सदस्यता शुल्क की सब्सिडी मिलेगी। प्रशस्ति पत्र, अवार्ड और दूसरे कई लाभ देने पर विचार हो रहा है।