ताया के लड़के पर गोलियां चलाने के मामले में चचेरे भाई के दोस्त भी गिरफ्तार
पम्मा के फरार चल रहे तीन साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : मुल्लांपुर थाने के अधीन पड़ते गांव मस्तगढ़ में रविवार शाम साढ़े पांच बजे खाली प्लॉट में लगा एक अमरूद का पेड़ उखाड़ने के बाद अपने ही ताया के लड़के जसविदर सिंह पर उसे जान से मारने की नीयत से गोलियां चलाने वाले गुरप्रीत सिंह पम्मा के फरार चल रहे तीन साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों युवकों की पहचान गगनदीप सिंह निवासी गांव सोतल, जिला रूपनगर, शोकी निवासी गांव जयंती माजरी व नरेश कुमार निवासी गांव कसोली, जिला मोहाली के तौर पर हुई है। हालांकि मामले के मुख्य आरोपित व घायल के चचेरे भाई गुरप्रीत सिंह उर्फ पम्मा को मुल्लांपुर पुलिस ने सोमवार शाम को ही गिरफ्तार कर लिया था। डीएसपी खरड़-2 गुरविदर सिंह ने बताया कि आरोपितों से वारदात के दौरान इस्तेमाल की राइफल डबल बैरल 12 बोर, तीन जिदा व 2 चले हुए कारतूस बरामद कर लिए गए हैं। इसके अलावा आरोपितों से वारदात के बाद फरार होने के लिए इस्तेमाल की गई आइ-20 गाड़ी भी बरामद कर ली गई है। सभी आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। जिक्रयोग है कि गुरप्रीत पम्मा व जसविदर सिंह चाचा-ताया के लड़के हैं। प्रॉपर्टी को लेकर चल रहा है डिस्प्यूट
प्रॉपर्टी डिस्प्यूट को लेकर दोनों ही परिवारों की बोलचाल काफी अरसे से बंद थी। रविवार सुबह जसविदर सिंह के बेटे का जन्मदिन था, इसलिए घर में काफी रिश्तेदार आए हुए थे। गुरप्रीत की मां ने सुबह उसकी मां व उसके साला निर्मल सिंह को बुरा-भला बोला जिसके बाद गुरप्रीत की पत्नी ने उसकी पत्नी को अपशब्द बोले। जसविदर को जब बात पता चली तो उसने गुरप्रीत के प्लॉट में लगा अमरूद का पेड़ उखाड़ दिया। गुरप्रीत ने उसके बाद अपनी लाइसेंसी दोनाली से जसविदर सिंह पर फायर कर दिए थे जिसमें वह बच निकला था परंतु गोलियों के छर्रों से पास खड़े गांव के दो बुजुर्ग अजीत सिंह व शीतल सिंह घायल हो गए थे। जसविदर सिंह जब गोलियों से बच निकला था गुरप्रीत के दोस्त शोकी ने उसे किरच मारकर घायल कर दिया था। मुल्लांपुर पुलिस ने इस मामले में गुरप्रीत, गगन, शोकी, नरेश कुमार व अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।