मीटिंग कोरोना को लेकर, एमपी बोलीं : घरों में खोलो नìसग होम
जो कदम उठाए जा रहे हैं उसमें पार्षदों की कोई राय नहीं ली जा रही।
जासं, चंडीगढ़ : प्रशासन की अर्बन प्लानिंग कमेटी शहर में कोठियों में नìसग होम खोलने से मना कर चुकी है, लेकिन शहर की सासद किरण खेर की यह पहली प्राथमिकता है। मंगलवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने नगर निगम के पार्षदों के साथ कोरोना से बचाव के लिए उनके सुझाव जानने के लिए मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में सासद किरण खेर का जोर इस बात पर रहा कि शहर की कोठियों में नìसग होम खोलने की परमिशन मिलनी चाहिए। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के साथ ऑनलाइन हुई बैठक में अधिकतर पार्षदों ने कहा कि प्रशासन की ओर से कोरोना से निपटने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उसमें पार्षदों की कोई राय नहीं ली जा रही। पार्षदों को विश्वास में नहीं लिया जा रहा, जिस कारण शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मेयर राजबाला मलिक ने वित्तीय स्थिति खराब होने पर प्रशासक से नगर निगम के लिए अतिरिक्त फंड की मांग की। जबकि मेयर ने कोरोना के लिए उठाए जा रहे कदमों के लिए प्रशासन के अधिकारियों की तारीफ की। बैठक में सांसद किरण खेर भी मौजूद रहीं। सांसद किरण खेर शहर के रिहायशी इलाकों में खुले नर्सिग होम्स को रेगुलर करने और नए खुलने वाले नर्सिग होम्स के लिए मंजूरी देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव को पास किया जाना चाहिए। जबकि प्रशासक ने कहा कि यह बैठक कोविड से निपटने के लिए सुझावों पर है। सांसद के इस प्रपोजल पर सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा और भाजपा पार्षद फरमिला देवी ने समर्थन किया। जबकि कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला और सतीश कैंथ ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। कमर्शियल एरिया में ही नर्सिग होम खोलने की मंजूरी दी जानी चाहिए। सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा ने कहा कि प्रशासन की ओर से जो व्यवस्थाएं हैं, उनमें कमी है, इसी कारण अब लोग कोरोना के टेस्ट करवाने से घबरा रहे हैं, क्योंकि जो क्वारंटाइन सेंटर बने हैं, उनमें कई खामियां हैं। इसी कारण मरीज बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने सेक्टर-22 के सूद भवन में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर की खामियों को उजागर किया। कहा कि पार्षदों का सहयोग लेना चाहिए। हर पार्षद को मेरा वार्ड मेरा परिवार जनजागरण अभियान के तहत जोड़ा जाना चाहिए। 200 रुपये लेकर लगवाई जा रही हैं रेहड़ियां
बैठक में भाजपा पार्षद गुरप्रीत सिंह ढिल्लों ने प्रशासक के समक्ष आरोप लगाया कि पुलिस वाले नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते के साथ मिलकर शहर में अवैध रेहड़ियां लगा रहे हैं। इसके एवज में 200-200 रुपये लिए जा रहे हैं। जबकि कमिश्नर और मेयर ने ढिल्लों को सलाह दी कि यह बैठक सिर्फ कोविड से निपटने के लिए सुझाव देने पर है। बच्चों को किया जाए जागरूक
भाजपा पार्षद शक्तिदेव शाली ने प्रशासक को कहा कि जो स्कूलों की ओर से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है, उसमें यह अनिवार्य किया जाए कि अंतिम पांच मिनट बच्चों को कोरोना से निपटने और सावधानियों के प्रति जागरूक किया जाए। इससे बच्चों को भी अभियान के साथ जोड़ा जा सकता है।
वार्ड डेवलपमेंट फंड किया जाए जारी
कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ ने कहा कि रिहायशी इलाकों में नर्सिग होम खोलने से पार्किग की दिक्कत बढ़ जाएगी। जो डिस्पेंसरियां हैं, उन्हें अपग्रेड किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को सुविधाएं मिले। कैंथ ने मेयर द्वारा फंड दिए जाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि कम से कम वार्ड डेवलपमेंट फंड की जारी जरूर जारी करना चाहिए, ताकि शहर के विकास के काम चल सकें। सभी को सुनने के बाद प्रशासक ने कहा कि जो पार्षद रह गए हैं, वह अपने लिखित में भी सुझाव उन्हें भेज सकते हैं।