पीसा परीक्षा पर Coronavirus का असरः स्टूडेंट्स नहीं कर पा रहे तैयारी, शिक्षा विभाग उठा सकता है यह कदम
पीसा परीक्षा में न केवल भारत बल्कि दूसरे देशोें में स्टूडेंट्स भी हिस्सा लेने के लिए चंडीगढ़ आएंगे। ऐसे में शिक्षा विभाग के सामने परीक्षा की तैयारियों को जारी रखना बड़ा चुनौती बनी
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। कोरोना वायरस की वजह से जहां पूरे देश में कामकाज ठप्प पड़े है, वहीं इसका असर प्रोग्राम फॉर इंटरनेशनल स्टूडेंट्स असेस्मेंट (पीसा) पर भी पड़ा है। कोरोना वायरस के चलते इस परीक्षा की तैयारियों को स्थगित कर दिया गया है। जिसके बाद अगले वर्ष होने वाली इस परीक्षा के आयोजन की तैयारियों को जोरदार झटका लगा है।
पीसा परीक्षा में न केवल भारत बल्कि दूसरे देशोें में स्टूडेंट्स भी हिस्सा लेने के लिए चंडीगढ़ आएंगे। ऐसे में शिक्षा विभाग के सामने परीक्षा की तैयारियों को जारी रखना बड़ा चुनौती बनी हुई है। शहर के कई सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के स्टूडेंट्स परीक्षा में भाग ले रहे है। स्टूडेंट्स के अलावा टीचर्स भी पीसा की तैयारियाें में अपना सर्वश्रेष्ठ देने में लगे हुए थे, लेकिन कोराेना वायरस ने परीक्षा की तैयारियों को जोरदार झटका दिया है।
विभाग के अधिकारियों की होगी बैठक
सूत्रों के अनुसार पीसा परीक्षा की तैयारियां न रुके, इसके लिए विभाग बैठक करने जा रहा है। सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए बैठक का आयोजन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा किया जाएगा।
ऑनलाइल माध्यम से हो सकती है तैयारियां
पीसा परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग ऑनलाइन तैयारियों का रास्ता अपनाने का मन बना रहा है। इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी टेक्निकल टीम सेे भी विचार-विमर्श कर रहेे हैं। उसके अलावा विभाग टीचर्स से भी संपर्क साधे हुए हैं।
आगे बढ़ सकती है परीक्षा की तारीख
सूत्रों के अनुसार कोरोना वायरस से लगभग दुनिया के ज्यादातर देश प्रभावित हैं। पीसा परीक्षा में भाग लेने वाले स्टूडेंट्स ज्यादातर इन्हीं देशों से हैं। अगर कोरोना वायरस का प्रभाव कम नहीं हुआ, तो पीसा परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है।
परीक्षा की तैयारियां अच्छे से चल रही थीं, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस समय तैयारियां ठप पड़ी हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के चलते विभाग परीक्षा की तैयारियों के आयोजित नहीं करवा सकते, क्योंकि बच्चों और टीचर की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है। ऑनलाइन तैयारियों के बारे में विचार विमर्श किया जा रहा है।
अलका मेहता, जिला शिक्षा अधिकारी