जाखड़ बोले- खुलकर दो अकालियों को समय और मुद्दों पर घेरो
-सीएलपी की मीटिंग में तैयार की बजट सत्र की रणनीति -नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा का इस्तीफ
-सीएलपी की मीटिंग में तैयार की बजट सत्र की रणनीति
-नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा का इस्तीफा मांगा
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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: विधिवत तरीके से बुधवार से शुरू होने वाले बजट सेशन में कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा कि पोल खोल रैलियां करने और सरकार के खिलाफ बोलने वाले अकाली विधायकों को सदन में खुलकर बोलने का समय दें। साथ ही उन्होंने अपने विधायकों से कहा कि अकालियों के उठाए मुद्दों पर उनके दस साल के कार्यकाल की कारगुजारी पर उन्हें घेरकर भगाएं। दोपहर बाद लंबी चली कांग्रेस लेजिस्लेचर पार्टी (सीएलपी) की मीटिंग सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुलाई थी, जिसमें पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ भी शामिल हुए। कैप्टन ने कहा कि अकाली दल के अलावा आम आदमी पार्टी पर भी हमलावर रुख अपनाएं। कैप्टन ने कहा कि इन दोनों पार्टियों ने सरकार के खिलाफ झूठे प्रचार की मुहिम अपनाई है। इसका जवाब देने के लिए सोशल मीडिया का खुलकर प्रयोग किया।
जाखड़ ने तो सुखपाल खैहरा के इस्तीफे की मांग करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल के माफी मांगने के अगर वह खिलाफ हैं तो उन्हें विपक्ष का नेता बने रहने का क्या हक है? जाखड़ ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के नाम पर ही लड़ी है । ऐसे में यदि वह केजरीवाल के साथ नहीं हैं तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि या तो केजरीवाल की तरह आप के विधायक भी बिक्रम मजीठिया से माफी मांग लें और चुपचाप बैठ जाएं या फिर अपना स्टैंड स्पष्ट करें। वहीं, सत्र के दौरान रेत खनन का मामला उठाने की जिम्मेवारी राजा वड़िंग को सौंपी गई है।