जाखड़ बोले- प्रदर्शन के बाद जागी केंद्र सरकार, इराक में मरे युवकों के परिजनों को मदद की घोषणा
कांग्रेस ने कहा कि उसके प्रदर्शन के बाद केंद्र सरकार को इराक में मारे गए लोगों के परिजनों को मदद देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब के कांग्रेस सांसदों ने पार्टी के प्रदेश प्रधान व सांसद सुनील जाखड़ के नेतृत्व में इराक पीडि़तों के लिए वित्तीय सहायता की मांग को लेकर नई दिल्ली में संसद भवन के बाहर रोष प्रदर्शन किया। सांसदों के रोष प्रदर्शन के बाद सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की। कांग्रेस ने इसे अपनी जीत बताया।
संसद भवन के बाहर रोष प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बातचीत में सुनील जाखड़ ने कहा कि संसद की व्यवस्था संविधान में इसलिए की गई थी कि यहां देश की समस्याओं पर विचार करके आपसी चर्चा के साथ उनका हल किया जा सके। लेकिन, मोदी सरकार ने संसद को ठप करके इसको हाइड पार्क बना कर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में यहां कोई आकर रोष प्रदर्शन तो कर सकता है परंतु यहां कोई सार्थक चर्चा नहीं हो रही है। जाखड़ ने कहा कि इसी ही मजबूरी के कारण उन्हें इराक में मारे गए लोगों के परिवारों की पीड़ा केंद्र सरकार के बहरे कानों में पहुंचाने के लिए रोष प्रदर्शन करना पड़ा।
जाखड़ ने कहा कि इराक में मारे गए लोग देश के अलग-अलग राज्यों से संबंधित थे, इसलिए पीडि़त परिवारों की मदद करना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती थी। जाखड़ ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने अपने नागरिकों की पीड़ा में शामिल होते हुए पीडि़त परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता और नौकरी देने की घोषणा की थी। इसके बाद केंद्र सरकार को भी चाहिए था कि वह इन पीडि़तों की सहायता के लिए आगे आए।
जाखड़ ने कहा कि अगर गरीब मजदूरों को रोजी-रोटी के लिए ऐसे देशों में जाना पड़ रहा है जहां अशांति का माहौल है तो यह बात केंद्र सरकार के लिए ज्यादा चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस तथ्य से मोदी सरकार द्वारा हर साल दो करोड़ नौकरियां देने के झूठे वादे की पोल जनता के सामने खुल गई है। जाखड़ ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह देश के लोगों से माफी मांगे, क्योंकि केंद्र सरकार के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने में नाकाम रहने के कारण इन भारतीयों को इराक जैसे गड़बड़ इलाके में जाना पड़ा।
जाखड़ ने कहा कि अगर भारतीय दूतावास समय पर इन भारतीयों को इराक में मदद करती तो इन लोगों की जान बचाई जा सकती थी लेकिन मोदी सरकार ने इन गरीब लोगों को इनकी किस्मत के भरोसे छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि जब से देश में एनडीए सरकार बनी है यह सरकार गरीबों और एससीएसटी समुदाय के हितों की कोई परवाह नहीं कर रही। इस मौके पर सांसद संतोष चौधरी और रवनीत सिंह बिटू भी मौजूद थे।
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