गपशप : अकेले स्वागत से बिगड़ा माहौल, टारगेट पर आए कांग्रेस अध्यक्ष
प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं के साथ बैठक के लिए कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत हाल ही में सेक्टर-35 कांग्रेस भवन पहुंचे थे। कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने अकेले ही गुलदस्ता देकर रावत का स्वागत किया। पार्टी के कई नेता इस बात से नाराज हो गए।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत हाल ही में प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं के साथ बैठक के लिए सेक्टर-35 कांग्रेस भवन पहुंचे। यहां माहौल उस समय ही गरमा गया जब सभी नेता हाल में थे और भवन के बाहर ही कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने अकेले ही गुलदस्ता देकर रावत का स्वागत किया। इस बात से कई नेता नाराज हो गए, वह चाहते थे कि हाल में सबके सामने पार्टी प्रभारी का स्वागत किया जाता। बस इसके बाद मीटिंग में देवेंद्र सिंह बबला, एचएव लक्की और पवन शर्मा ने अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष को टारगेट करते हुए कमजोर संगठन होने का मोर्चा खोल दिया। हाल में जब प्रदीप छाबड़ा ने पवन बंसल को शॉल देकर उनका भी स्वागत करना चाहा तो उन्होंने ने शॉल लेने से मना कर दिया। इस किस्से के बाद कई नेता यह भी कहने लगे हैं कि बंसल-छाबड़ा में खटपट चल रही है।
लोन से ज्यादा सेल
इस समय केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत स्कीम के तहत शहर के रजिस्टर्ड वेंडर्स को दस हजार रुपये का लोन दिया रहा है। वहीं, वेंडर्स से ज्यादा नगर निगम को लोन की टेंशन है। क्योंकि वेंडर लोन लेने में रूची नहीं दिखा रहे हैं। शहर के कई वेंडर ऐसे हैं जिनकी दिन की सेल दस हजार रुपये से ज्यादा है। ऐसे में उनका कहना है कि वह लोन लेकर क्या करेंगे। वहीं, अधिकारियों ने स्कीम को कामयाब बनाने के लिए निचले स्तर के कर्मचारियों की ड्यूटी लोन के लिए वेंडर को तैयार करने के लिए लगाई है। ऐसे में अतिक्रमण हटाओ दस्ते के सब इंस्पेक्टर और वेंडर सेल के कर्मचारी हर दिन वेंडर को लोन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए फोन करते हैं। निगम ने लोन लेने वाले वेंडर के लिए एक साल तक हर माह 500 रुपये की लाइसेंस फीस में छूट देने का भी फैसला लिया है।
धवन की आप से दूरी
शहर में राजनीति का एक बड़ा चेहरा हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन। लेकिन इन दिनों धवन ने राजनीति से दूरी बनाई हुई है। वह आम आदमी पार्टी में भी सक्रिय नहीं है। लोकसभा चुनाव के बाद से वह आप के किसी भी कार्यक्रम दिखाई नहीं देते। आप के संयोजक प्रेम गर्ग से जब भी इस बारे में कोई पूछता है कि वह कहते हैं कि धवन साहब का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वह पार्टी के साथ हैं। असल में धवन का पार्टी किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने का सवाल इससे भी खलता है क्योंकि हरमोहन धवन अपने राजनीतिक जीवन में एक दर्जन से ज्यादा दल बदल चुके हैं। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए चंद्रमुखी शर्मा धवन से आर्शीवाद लेने उनके घर पर पहुंचे। लेकिन उसके बाद आप नेताओं के साथ हुई चंद्रमुखी शर्मा की प्रेसवार्ता में धवन दिखाई नहीं दिए।
नहीं मिला सदन बुलाने का मौका
मेयर राजबाला मलिक के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण पिछले माह सदन की बैठक नहीं हो पाई। ऐसे में भाजपा में यह मांग उठने लग गई थी कि मेयर की अनुपस्थिति में सीनियर डिप्टी मेयर या डिप्टी मेयर सदन की बैठक बुलाएं। लेकिन अधिकारी और भाजपा में विरोधी गुट के पार्षद ऐसा नहीं चाहते थे। इसलिए बैठक नहीं हुई और सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का भी बैठक का मेयर के तौर पर नेतृत्व करने का सपना ही रह गया। सीनियर डिप्टी मेयर को भी कई पार्षदों ने सदन की बैठक बुलाने की सलाह दी लेकिन माहौल नहीं बना। बैठक बुलाने की मांग ज्यादा तेज हो ऐसे में मेयर राजबाला मलिक ने अधिकारियों की सलाह पर वर्क फ्रॉम होम के तहत अधिकारियों के साथ बैठक करके तस्वीर और प्रेस नोट तक शेयर किए ताकि विरोधी पार्षदों को लगे कि मेयर एक्टिव हैं।