कांग्रेस ने निगम कमिश्नर और मेयर से की मांग, पिछले साल हुए सभी फैसले हो रिव्यू Chandigarh News
राजेश कालिया के कार्यकाल दिसंबर माह में पानी के रेट बढ़ाने के फैसले को रिवाइज करने का निर्णय लेने पर कांग्रेस पार्टी भाजपा के खिलाफ जमकर रोष प्रकट कर रही है।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। पिछले साल दिसंबर माह में पानी के रेट बढ़ाने के फैसले को रिवाइज करने का निर्णय लेने पर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ ने नगर निगम कमिश्नर केके यादव और मेयर से मांग की है कि पिछले साल के मेयर राजेश कालिया थे।
कालिया के कार्यकाल दिसंबर माह में पानी के रेट बढ़ाने के फैसले को रिवाइज करने का निर्णय लेने पर कांग्रेस पार्टी भाजपा के खिलाफ जमकर रोष प्रकट कर रही है। कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ का कहना है कि पिछले साल के सभी फैसलाें पर पुनर्विचार किया जाए। राजेश कालिया के कारण ही अभी तक डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन शुरू नहीं हो पाया है। पिछले साल ही चंडीगढ़ की स्वच्छता रैंकिंग पूरी तरह से पिछड़ी थी।
सतीश का कहना है कि उस समय कांग्रेस के पार्षदों ने इसका विरोध किया था लेकिन राजेश कालिया ने तानाशाही रवैया दिखाते हुए बिना मंथन के ही काफी ज्यादा पानी के रेट बढ़ाने के प्रस्ताव को पास कर दिया जबकि उस समय भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद खुद सदन में मौजूद थे। उन्हाेंने कहा कि असल में भाजपा या समझ चुकी है कि अगले साल होने वाले नगर निगम चुनाव में उनकी पार्टी बुरी तरह से हारने वाली है।
आप ने भी भाजपा के खिलाफ रोष जाहिर किया
उधर आप ने भी भाजपा के खिलाफ रोष जाहिर किया है। आप के संयोजक प्रेम गर्ग का कहना है कि दिल्ली की हार से चंडीगढ़ की भाजपा सबक लेना चाहती है लेकिन पानी के मामले में जो दिल्ली की केजरीवाल सरकार कर चुकी है वह चंडीगढ़ भाजपा कभी भी सपने में भी सोच नहीं सकती में जितने भी फैसले लिए गए सभी रिव्यू होने चाहिए। ऐसे में सभी फैसले रिवाइस होने चाहिए।