गपशपः जब कॉफी पर बुला खुद खिसका कंपनी का मालिक, कांग्रेस पार्षद ने चुकाया बिल
बबला ने बताया कि जेपी कंपनी के मालिक मनोज गौड़ ने उन सभी को दिल्ली के पांच सितारा होटल ताज में कॉफी पर बुलाया। लेकिन कंपनी का मालिक होटल में बुलाकर बिल खुद न देकर निकल गया।
चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल]। जेपी गारबेज प्लांट के मुद्दे पर बुलाई नगर निगम की सदन की बैठक में कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला ने एक खुलासा किया। कहा कि साल 2016 में एक बार दिल्ली एनजीटी में हुई सुनवाई के दौरान वह भी तत्कालीन मेयर आशा जसवाल के साथ गए। उस समय भाजपा के दूसरे पार्षद और तत्कालीन कमिश्नर बी पुरुषार्था भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि जेपी कंपनी के मालिक मनोज गौड़ ने उन सभी को दिल्ली के पांच सितारा होटल ताज में कॉफी पर बुलाया। लेकिन कंपनी का मालिक होटल में बुलाकर बिल खुद न देकर निकल गया और आठ हजार का बिल उन्हें देना पड़ा। बैठक के बाद टी ब्रेक के दौरान बबला ने पूर्व मेयर अरुण सूद से गपशप करते हुए कहा कि उस समय तो भाजपा के पार्षद भी मौजूद थे। कॉफी में आइसक्रीम भी डलवाकर काफी मजे से खाई।
आग बबूला हो गईं मेयर
मेयर राजबाला मलिक सदन की बैठक में वैसे नाराजगी कम ही जाहिर करती हैं और कम ही बोलती हैं। पार्षद भी कोई सवाल पूछते है तो कमिश्नर को ही जवाब देने के लिए कहती हैं। लेकिन चार फरवरी को हुई सदन की बैठक में मेयर एकदम आग बबूला हो गईं। जब कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला ने यह आरोप लगाया कि किस होटल में बैठकर जेपी कंपनी के साथ सेटिंग हुई है। इतना सुनते ही उन्होंने चिल्ला कर जवाब दिया कि वे रिश्वत नहीं खाती हैं। उनका यह रूप देखकर कमिश्नर केके यादव भी हैरान रह गए। असल में मेयर सब आरोप झेल सकती हैं लेकिन सेटिंग का नहीं झेल पाती। हालांकि सदन की बैठक के बाद चाय के दौरान मेयर राजबाला मलिक कांग्रेस पार्षद देवेंद्र सिंह बबला के पास खुद केक लेकर आई और कहा कि रात को कौन से होटल में वह डिनर करवा रहे हैं।
घोषणा करके खुद पलट गए रवि
रोज फेस्टिवल के लिए आयोजित होने वाली कमेटी में खुद का नाम शामिल न होने पर सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा ने नगर निगम की सदन की बैठक में मेयर राजबाला मलिक के समक्ष जमकर नाराजगी जताई थी। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि निमंत्रण कार्ड में उनका नाम न ¨पट्र करवाया जाए और वे खुद तीन दिवसीय रोज फेस्टिवल में नहीं आएंगे। उनके समर्थन में सदन की बैठक के बाद पूर्व मेयर आशा जसवाल ने रविकांत शर्मा को कहा कि वे भी फेस्टिवल में नहीं जाएंगी। लेकिन सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा अपने खुद द्वारा की गई घोषणा से पलट गए और फेस्टिवल के समापन समारोह में मंच पर चढ़कर मेयर और कमिश्नर के साथ प्रतियोगिताएं जीतने वाले लोगों को सम्मानित किया। जब इस बारे में उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि उनकी घोषणा के बाद बहुत से स्थितियां बदल गई जिस कारण उन्हें फेस्टिवल में जाना पड़ा।
हमारी तो एक ही पार्टी... बीजेपी
अरुण सूद को भाजपा का अध्यक्ष बने हुए डेढ़ माह का समय हो गया है। लेकिन सूद ने अभी तक किसी को पार्टी नहीं दी। ऐसे में उनके जानकार, दोस्त और समर्थक उनसे जब भी पार्टी मांगते हैं तो वे हंसकर कहते हुए टाल देते हैं कि उनकी तो सिर्फ एक ही पार्टी है..भारतीय जनता पार्टी। विपक्ष का नेता भी पार्टी मांगता है तो वह उन्हें भी यही जवाब देते हुए कह देते हैं कि बताओ कब आना है पार्टी (भाजपा) में। जब कोई उन्हें यह कह देता है कि वह मत दे पार्टी और उनके लिए वह खुद आयोजित करवा देते हैं पार्टी..तो भी सूद टाल देते हैं। सूद खुद के लिए किसी को पार्टी देने भी नहीं देते हैं। ऐसे में अब तो कई उनके दोस्तों और सीनियर नेताओं ने उनसे पार्टी मांगनी भी छोड़ दी है। उन्हें पता है कि सूद के पास रटा-रटाया एक ही जवाब मिलना है।