तेजी से बढ़ रही हैं एनआरआइ दुल्हों के खिलाफ शिकायतें
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शादी कर बेटियों को धोखा देने के मामले में एनआरआइ दुल्हों
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शादी कर बेटियों को धोखा देने के मामले में एनआरआइ दुल्हों के खिलाफ शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। वर्ष 2009 में जहां पर नेशनल कमीशन फॉर वूमेन के पास 145 केस दर्ज हुए थे, वह वर्ष 2018 तक 572 हो चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा केस पंजाब में दर्ज हो रहे हैं। 2009 में जहां पर 19 केस थे, वहीं, इस साल तक 74 शिकायतें दर्ज हुई हैं। यह सारे केस उन महिलाओं के हैं, जोकि शादी करके विदेश जाने की तैयारी में थी या फिर शादी करके वहां जाकर फंसी थी। पंजाब यूनिवर्सिटी में आयोजित इकनोमी रिहेबिलिटेशन ऑफ वूमेन पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त करने पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर नेशनल कमीशन फॉर वूमेन के ज्वाइंट सेक्रेटरी केएल शर्मा मौजूद रहे। पीयू में आयोजित कार्यक्रम का आरंभ वाइस चांसलर प्रो. अरुण कुमार ग्रोवर ने किया। जिसमें उन्होंने एनसीडब्ल्यू के प्रयास की सराहना की। मौके पर डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 के प्रिंसिपल डॉ. पवन कुमार शर्मा, सोशल वर्क की चेयरपर्सन डॉ. मोनिका मुजंला सिंह और डॉ. गौरव गौर मौजूद रहे। इस तरह के मुद्दे कॉमन
केएल शर्मा ने कहा कि विदेशों में शादी करके जाने वाली महिलाओं के मुद्दे बहुत ही कॉमन हैं। जिसमें पति और ससुराल पक्ष से दहेज के लिए परेशान करना, तलाक और बच्चे की कस्टडी में विदेशी अदालत द्वारा दिया गया निर्णय, पति या उस देश के कानून द्वारा शिकायतकर्ता के पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों का जबरन कब्जा, पति के ठिकाने शिकायतकर्ता को पता नहीं होना, देश छोड़ने वाले पतियों के बारे में शिकायतकर्ताओं की आशका, शिकायतकर्ता और उसके बच्चों का रखरखाव,विदेश में कानूनी दस्तावेजों की सेवा आदि अहम है। कई उद्योगों ने महिलाओं के लिए बढ़ाए मदद के हाथ
केएल शर्मा ने बताया कि महिलाओं के प्रति हो रहे मामलों के बाद कई उद्योग और स्वयंसेवी संस्थाएं महिलाओं की सहायता के लिए आगे आए है। जिसमें एसएस मेमोरियल एजुकेशन सोसायटी चमकौर साहिब रूपनगर ने इन महिलाओं के बच्चों को शिक्षा देना, सेंट सहारा और हिमाचल प्रदेश के बद्दी में स्थापित उद्योगों ने नौकरी देने के लिए आश्वासन दिया है।