वेब सीरीज पाताल लोक के खिलाफ शिकायत दर्ज, सिख समुदाय की गलत छवि दिखाने का आरोप
प्रो. राव ने कहा कि ऐसी वेब सीरीज में किसी तरह का कोई कंट्रोल नहीं होता। प्रोड्यूसर जो चाहते हैं वही दिखाते हैं। इसमें अश्लीलता और बेहिसाब हिंसक दृश्य दिखाए जाते हैं।
चंडीगढ़, [शंकर सिंह]। सेंसर बोर्ड और किसी विशेषज्ञ निगारनी के बिना इन दिनों वेब सीरीज कुछ भी दिखा रहे हैं। हाल ही में मैंने वेब सीरीज पाताल लोक देखी, तो मैं हैरान रह गया। इसमें सिख समुदाय की गलत रूप में प्रस्तुति दिखाई गई है। इसके अलावा एक अमृतधारी सिख के सामने महिला का बलात्कार होते और उसे किसी तरह का विरोध न करते हुए दिखाया गया। मुझे ये दृश्य इतना चुभा कि उसी वक्त ठान लिया कि इसकी शिकायत दर्ज होनी चाहिए। ऐसे में दिल्ली स्थित माइनोरिटी कमिशन, एसीएसटी कमिशन, नेशनल कमिशन फॉर वुमन नई दिल्ली में शिकायत दर्ज करवाई है। पीजीजीसी -46 के असिस्टेंट प्रोफेसर और पंजाबी भाषा के लिए कार्य कर रहे डॉ पंडितराव धनेरवर वेब सीरिज पाताल लोक पर कुछ इस अंदाज में अपनी नाराजगी जाहिर की है। इसके खिलाफ उन्होंने शिकायत भी दर्ज करवाई है।
प्रो. राव ने कहा कि ऐसी वेब सीरीज में किसी तरह का कोई कंट्रोल नहीं होता। प्रोड्यूसर जो चाहते हैं, वही दिखाते हैं। इसमें अश्लीलता और बेहिसाब हिंसक दृश्य दिखाए जाते हैं। मगर सिख समुदाय की ऐसी पेशकश देखकर मुझे बहुत हैरानी हुई। इसके अलावा मुझे इस वेब सीरिज में जातीवाद को भड़काने की भी कोशिश लगी। हमें आज के माहौल में इस तरह का कंटेंट नहीं दिखाना चाहिए, जहां तरक्की की बात हो रही हो और आज भी ऐसी वेब सीरिज हमें जात पात में उलझा कर रखे।
अमिताभ बच्चन की फिल्म अमेजन प्राइम पर रिलीज करने पर भी कंप्लेंट...
प्रो राव ने अमिताभ बच्चन और आयुषमान खुराना की जल्द रिलीज हो रही फिल्म गिलाबो सिताबो पर भी कंप्लेंट दर्ज करवाई है। इसकी कंप्लेंट उन्होंने सेंसर बोर्ड, मिनिस्ट्री ऑफ इनफॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग को लेटर द्वारा भेजी है। जिसके साथ उन्होंने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी पत्र लिखा। डॉ. राव ने कहा कि अमिताभ बच्चन बहुत ही नामी कलाकार हैं, इन दिनों सिनेमा हॉल बंद होने पर उनका अपनी फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म में दिखाना गलत है। क्योंकि इस फिल्म को क्या सेंसर बॉर्ड से पास करवाया भी जा रहा है। 1952 के सिनेमेटोग्राफी एक्ट के तहत सभी फिल्मों को सेंसर बोर्ड से पास करवाना अनिवार्य है। दूसरा इस फिल्म से बाकी प्रोड्यूसर भी सिनेमा हॉल में फिल्म दिखाने से इतराएंगे और साथ ही सिनेमा में काम करने वाले कई कर्माचरियों का रोजगार जाएगा।