Move to Jagran APP

कमिश्नर की आपत्ति, सदन के बवाल के बीच पानी के रेट कम करने का प्रस्ताव पास Chandigarh News

पानी का रेट रिवाइज करने के प्रस्ताव पर भाजपा पार्षदों का कमिश्नर केके यादव के साथ जमकर बवाल हुआ। बैठक रात नौ बजे तक चली।

By Edited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 09:47 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 11:30 AM (IST)
कमिश्नर की आपत्ति, सदन के बवाल के बीच पानी के रेट कम करने का प्रस्ताव पास Chandigarh News
कमिश्नर की आपत्ति, सदन के बवाल के बीच पानी के रेट कम करने का प्रस्ताव पास Chandigarh News

चंडीगढ़, जेएनएन। पानी का रेट रिवाइज करने के प्रस्ताव पर भाजपा पार्षदों का कमिश्नर केके यादव के साथ जमकर बवाल हुआ। बैठक रात नौ बजे तक चली और बढ़ाए गए रेट को रिवाइज करने का टेबल एजेंडा भाजपा पार्षद सदन में लेकर आए। कमिश्नर केके यादव ने मना करने के बावजूद भाजपा पार्षद ने रेट कम करने का प्रस्ताव पास कर दिया।

loksabha election banner

कमिश्नर केके यादव ने अपनी आपत्ति भी दर्ज करवाई है। कमिश्नर केके यादव की भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद के साथ भी जमकर बहस हुई। कमिश्नर केके यादव ने कहा कि दिसंबर माह में पहले ही रेट बढ़ाने का प्रस्ताव पास हो चुका है। ऐसे में अब रिवाइज प्रस्ताव पास नहीं हो सकता। अब वह प्रशासन को क्या स्पष्टीकरण देगे कि अब क्यों पानी के रेट कम किए जा रहे हैं।

कमिश्नर ने सुझाव दिया कि प्रस्ताव लाने के बजाय पहले प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से इस मुद्दे पर मिला जाए। इस बात का मेयर राजबाला मलिक ने भी समर्थन किया लेकिन भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद सहित पार्षद नहीं माने।

...जब बढ़ गया बवाल

बवाल उस समय ज्यादा बढ़ गया जब भाजपा पार्षद गुरप्रीत ढिल्लों ने कहा कि शहर के रेजिडेंट्स ने बढ़े हुए पानी के रेट पर अपने सुझाव अध्यक्ष अरुण सूद को दिए थे इसलिए रेट कम करने का प्रस्ताव लेकर आए। लेकिन कमिश्नर केके यादव ने जब सदन में कहा कि क्या पार्टी का प्रधान गवर्नर से बड़ा हो गया है। जिस पर भाजपा के पार्षद नाराज हो गए। कमिश्नर केके यादव ने पार्षदों को कहा कि अब रेट कम करने का अधिकार गवर्नर के पास ही है क्योंकि ड्राफ्ट अधिसूचना तक जारी हो चुकी है। सदन में एक भाजपा पार्षद ने कमिश्नर केके यादव को तू कहकर भी संबोधित किया। इस प्रस्ताव पर एक घंटे तक भाजपा पार्षदों और कमिश्नर के साथ ड्रामा चलता रहा।

पार्षद बोले : कमिश्नर का व्यवहार ठीक नहीं

भाजपा पार्षदों ने कहा कि कमिश्नर का व्यवहार इससे पहले भी ठीक नहीं रहता है। मालूम हो पिछले साल एक बार पार्षदों के साथ विवाद बढ़ने पर कमिश्नर सदन छोड़कर चले गए थे। पार्षदों ने कॉलोनियों और गांव में जो दिसंबर माह मे कालोनियों का पानी का बिल 500 रुपये करने का प्रस्ताव पास किया था, उसे 300 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। जो नया प्रस्ताव सदन ने पास किया हुआ है, उसके अनुसार अभी के मुकाबले में 50 प्रतिशत रेट पानी के बढ़ेंगे जबकि दिसंबर माह में दो से तीन गुना रेट बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया था।

भाजपा पार्षदों ने यह रेट किए पास

स्लैब रेट (प्रति किलोलीटर) शून्य से 15 3 रुपये 16 से 30 6 रुपये 31 से 60 9 रुपये 60 से ऊपर 25 रुपये वर्तमान डोमेस्टिक टैरिफ स्लैब रेट (प्रति किलोलीटर) शून्य से 15 2 रुपये 16 से 30 4 रुपये 31 से 60 6 रुपये 60 से ऊपर 8 रुपये दिसंबर माह में स्लैब कम करके इतने रेट बढ़ाने का लिया गया था फैसला शून्य से 10 4 रुपये 11 से 20 8 रुपये 21 से 40 12 रुपये 40 से ऊपर 30 रुपये।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.