इंतजार खत्म, मोहाली की सड़कों पर दौड़ेंगी सिटी बसें, डीजल नहीं केवल चलेंगी CNG Busses, रूट भी तय
लोकल बस सर्विस के मामले में मोहाली पूरी तरह से सीटीयू पर निर्भर है। लोगों को आने जाने के लिए ऑटो का सहारा लेना पड़ता है। डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने बताया कि लोकल बस सर्विस चलाने के लिए भी नगर निगम ने नई योजना तैयार की है।
जागरण संवाददाता, मोहाली। चंडीगढ़ की तर्ज पर मोहाली में भी अपनी बसें सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। एक दशक से भी ज्यादा इंतजार के बाद अब मोहाली जिला ट्रांसपोर्ट के मामले में आत्मनिर्भर होने जा रहा है। कई सालों से मोहाली में शुरू होने वाली सिटी बस सेवा जो सिर्फ कागजों में थी उसे अमलीजामा पहनने का काम शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में शहर में 4 से 5 बसें चलेंगी। अगर कामयाबी मिली तो शहर में बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
ध्यान रहे कि थी लोकल बस सर्विस के मामले में मोहाली पूरी तरह से सीटीयू पर निर्भर है। लोगों को आने जाने के लिए ऑटो का सहारा लेना पड़ता है। डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने बताया कि लोकल बस सर्विस चलाने के लिए भी नगर निगम ने नई योजना तैयार की है। इसके तहत नगर निगम निजी कंपनियों के साथ मिलकर काम करेगा। यह बसे प्राइवेट कंपनी की होंगी। निगम कंपनी को विज्ञापन लगाकर कमाई का आफर देगा।
शाम छह बजे के बाद मोहाली नहीं आती सीटीयू की बसें, आटो वाले लेते हैं मनमाना किराया
बता दें कि मोहाली में डीजल से चलने वाली बसें नहीं होंगी, जो बसें शहर की सड़कों पर दौड़ेंगी वह सीएनजी से चलेंगी। निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से निगम पर वित्तीय बोझ नहीं बढ़ेगा। सीटीयू की बसें शाम को 6 बजे के बाद मुश्किल से शहर में आती है। इसके बाद ऑटो वाले सवारियों से ज्यादा पैसे वसूलते हैं।
निगम ने तैयार किए रूट, तैयार की जाएगी मोबाइल एप
नगर निगम ने बसों के रूट भी तैयार कर लिए हैं। इस दौरान उन जगहों को चुना गया है, जहां पर लोगों का आना जाना अधिक रहता है। इसके अलावा सभी सरकारी दफ्तरों को कवर किया गया। स्कूल और कॉलेज के टाइम का भी ध्यान रखा गया है। इससे क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा। इन रूटों में मुख्य रूप से सेक्टर-80 से पीजीआइ चंडीगढ़ और पीयू चंडीगढ़, फेज-6 से फेज-11, एयरपोर्ट, इंडस्ट्रियल एरिया समेत अन्य एरिया को कवर किया जाएगा। वहीं, किराया भी लोगों के रेट के हिसाब से तय होगा। यह सीएनजी बसें ग्रिड सिस्टम में चलेंगी और इसके लिए ऑनलाइन एप भी तैयार होगा। कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल एप से बस को ट्रैक कर पाएगा।
पंजाब के अन्य शहरों में फेल हुए लोकल बस सर्विस प्रोजेक्ट
सिटी लोकल बस सर्विस चलाने के लिए 10 साल से योजनाएं बनाई जा रही थी। लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिल पाई। कई बार प्रस्ताव बनाकर निकाय विभाग को भेजे गए थे, लेकिन वहां से प्रोजेक्ट को मंजूरी ही नहीं मिली। क्योंकि पंजाब के अन्य शहरों में सिटी लोकल बस सर्विस के प्रोजेक्ट फेल रहे हैं। ऐसे में इस प्रोजेक्ट को रोका जा रहा था।