कब्जा कर झुग्गी डालने वालों को फ्लैट, मकान खरीदने वालों को मिल रही प्रताड़ना
सरकारी जमीन पर झुग्गी डालकर कब्जा करने वालों को चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड पुनर्वास योजना के तहत मकान बनाकर देता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सरकारी जमीन पर झुग्गी डालकर कब्जा करने वालों को चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड (सीएचबी) पुनर्वास योजना के तहत मकान बनाकर देता है। मकान मिलने के बाद वही लोग आगे कब्जा कर दूसरी जगह झुग्गियां डाल लेते हैं उन्हें फिर सर्वे कर मकान अलॉट कर दिए जाते हैं। जबकि जिन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई लगाकर बोर्ड से मकान खरीदे उनसे चोरों की तरह व्यवहार हो रहा है। यह बात सीएचबी रेजिडेंट्स वेलफेयर फेडरेशन की रैली में कही गई। सेक्टर-44 की कोऑर्डिनेशन कमेटी ने इस रैली का आयोजन किया। लगातार पांच सप्ताह से बोर्ड के रेजिडेंट्स अलग-अलग सेक्टरों में रैली कर अपना विरोध जता रहे हैं। रविवार को कांग्रेस काउंसलर गुरबख्श रावत सीएचबी रेजिडेंट्स के साथ भूख हड़ताल पर बैठीं। एरिया काउंसलर रविद्र कौर गुजराल ने भी धरना स्थल पर अपना समर्थन दिया। काउंसलर देवेंद्र सिंह बबला ने कहा कि बोर्ड के बाशिदों से ऐसा व्यवहार हो रहा है जैसे उन्होंने कोई चोरी की हो। दो लाख लोगों को जाल बुनकर मुसीबत में फंसाया गया है। लोगों को भेजे जा रहे नोटिस और डिमोलिशन ड्राइव को तुरंत प्रभाव से रोका जाना चाहिए।
भूल जाओ भाजपा से हो भूल जाओ कांग्रेस से हो
फेडरेशन ने पांचवे दिन स्लोगन दिया कि लोगों को राजनीतिक स्वार्थ से ऊपर उठकर इस अभियान का हिस्सा बनना चाहिए। फेडरेशन के प्रतिनिधी निर्मल दत्त ने कहा कि भूल जाओ भाजपा से हो, भूल जाओ कांग्रेस से हो याद रखो की मुसीबत में हो। इस स्लोगन से आंदोलन को एक नई जान मिलेगी और यह भविष्य के लिए एक मिसाल होगा। बबला बैठेंगे भूख हड़ताल पर
फेडरेशन ने अगले रविवार 29 दिसंबर को धनास में रैली आयोजित करने का फैसला लिया है। जिसमें कांग्रेस काउंसलर देवेंद्र बबला ने पूरा दिन भूख हड़ताल पर बैठने की घोषणा की है। धनास ही नहीं चंडीगढ़ के दूसरे सेक्टरों से भी बोर्ड के अलॉटी इस धरने में शामिल होंगे। नए साल में इस विरोध को और तेज करने की चेतावनी रेजिडेंट्स ने दी है।