CAT के आदेश के बावजूद टीचर्स को नहीं मिला वेतन, शिक्षा विभाग पर अगला केस दायर करने की तैयारी
चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 155 कांट्रेक्टर कम्प्यूटर टीचर्स को एक अक्टूबर 2020 को डिपार्टमेंट ने रिलीव कर दिया था। कैट द्वारा टीचरों को वेतन देने का आदेश दिए जाने के बावजूद विभाग ने दो महीनों से वेतन जारी नहीं किया।
चंडीगढ़, जेएनएन। सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल बैंच (कैट) के आदेशों के बाद भी चंडीगढ़ शिक्षा विभाग टीचर्स का वेतन जारी नहीं कर रहा है। जिसके कारण टीचर्स एक नया केस शिक्षा विभाग के खिलाफ दायर करने की तैयारी में जुटे है।
शहर के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 155 कांट्रेक्टर कम्प्यूटर टीचर्स को एक अक्टूबर 2020 को डिपार्टमेंट ने रिलीव कर दिया था। जिसके बाद कुछ टीचर्स ने कैट की शरण ली और विभाग के खिलाफ एफिडेविड देकर मुकरने और वेतन रोकने संबंधी दो केस दायर किए। वहीं कुछ टीचर्स ने आला अधिकारियों से मुलाकात करके दोबारा ज्वाइनिंग की गुहार लगाई। कैट ने 21 अक्टूबर को शिक्षा विभाग को जून से सितंबर 2020 का वेतन जारी करने के निर्देश दिए थे और दूसरे मामले की सुनवाई अभी चल रही है जिसकी अगली सुनवाई 11 जनवरी 2021 को होनी तय हुई है।
टीचर्स विभाग को दे चुके है रिमांइडर
कैट के आदेशो के बाद टीचर्स ने 25 अक्टूबर को पहले विभाग को ईमेल से कोर्ट के आदेशों के प्रति रिमाइंड कराया और उसके बाद नौ नवंबर को खुद मिलकर कैट के आदेशानुसार वेतन जारी करने की अपील की लेकिन विभाग ने दो महीनों से वेतन को जारी नहीं किया है। जिसके बाद टीचर्स ने कैट के आदेश को नहीं मानने के खिलाफ विभाग पर केस दायर करने की तैयारी की है।
क्या है मामला
कांट्रेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों का कांट्रेक्टर हर साल बदलता है। शिक्षा विभाग के कम्प्यूटर टीचर्स का कांट्रेक्ट जून 2020 को आरआर इंटरप्राइजेज को दिया गया। जिसके बाद आरआर इंटरप्राइजेज के मालिक अखिल शर्मा पर टीचर्स द्वारा काम पर बने रहने के लिए पैसों की डिमांड करने का आरोप लगा। विभाग ने शिकायत मिलने के बाद कांट्रेक्टर पर कोई कार्रवाई करने के बजाए अक्टूबर में टीचर्स को रिलीव कर दिया था।
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