Sector-23 मर्डर केसः आरोपित ने टीचर पत्नी के सिर पर डंबल मार की थी हत्या, बाद में पानी से धोए खून के निशान
पुलिस की पड़ताल में हत्या के तरीके और आपसी विवाद के तौर पर वजह का खुलासा हुआ है। बड़े बेटे ने अपने बयान में अक्सर पैरेंट्स की लड़ाई का जिक्र किया है।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। शहर के सेक्टर-23 स्थित सरकारी मकान में आपसी विवाद के कारण गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसान की टीचर पत्नी की हत्या सिर पर डबंल से गहरी चोट मारकर की गई थी। आरोपित पति ने सबूत मिटाने की मंशा से डबंल से खून को पानी से धोकर वापस उसी जगह रख दिया। जिसके बाद आरोपित ने पत्नी का शव कंबल से लपेटकर उपर वाले कमरे में बंद कर दिया था।
पुलिस की पड़ताल में हत्या के तरीके और आपसी विवाद के तौर पर वजह का खुलासा हुआ है। बड़े बेटे ने अपने बयान में अक्सर पैरेंट्स की लड़ाई का जिक्र किया है। अभी तक फरार आरोपित टीचर मंदीप के कब्जे में उसका छोटा बेटा जश्नदीप है। सेक्टर-17 थाना पुलिस ने आरोपित मंदीप के खिलाफ पत्नी की हत्या और बड़े बेटे की हत्या की कोशिश के तहत धारा 302 और 307 के तहत केस दर्ज किया है।
चार टीमों की रेड, आरोपित द्वारा सुसाइड के एंगल पर भी जांच
सेक्टर-17 थाना प्रभारी राम रतन शर्मा के नेतृत्व में पुलिस की चार टीमें पंजाब के विभिन्न हिस्सों में सेक्टर-47 के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के आरोपित टीचर मंदीप लगातार छापामारी कर रही है। इन टीम में सुपरविजन अधिकारी के नेतृत्व में कुल 17 जवान शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग की सर्विलांस टीम लगाकर आरोपित और रिस्तेदारों के मोबाइल पर नजर बनाकर रखा है। पत्नी की हत्या के बाद बच्चे की हत्या करने की आशंका में आरोपित ने खुद भी छोटे बेटे के साथ सुसाइड नहीं कर लिया? इस प्वाइंट पर भी पुलिस की जांच घूम गई है।
15 सितंबर को वापस आया, दो लोगों को लौटाए पैसे
आरोपित मंदीप 14 सितंबर की सुबह दोनों बेटों को लेकर मत्था टेकने के बहाने कार से पंजाब के लिए निकल गया था। इससे पहले ही वह पत्नी ज्योति रानी की हत्या कर ऊपर वाले कमरे में लाश कंबल से लपेटकर ठिकाने लगा चुका था। इसके बाद आरोपित 15 सितंबर को दोबारा से चंडीगढ़ आया और उसने दो लोगों को पैसे भी वापस किए थे।
बर्थे-डे वाले दिन बेटे को मौत के मुंह में फेंका
हत्यारोपित के 13 वर्षीय बड़े बेटे इसमीत ने बताया कि 15 सितंबर को उसका बर्थ-डे होता है। उसे नहीं मालूम था कि उसके पिता उसके जन्मदिन पर ही उसे मारने चाहते है। हत्यारोपित ने इसमीत को नहर में धक्का देने के बाद छोटे बेटे जश्नमीत को लेकर भागा है। किसी तरह नहर से बचकर लुधियाना पुलिस तक पहुंचे इसमीत ने चंडीगढ़ में होने वाले हत्याकांड का खुलासा करवाया।