चंडीगढ़ के स्कूलों में स्टूडेंट्स नहीं टीचर्स कर रहे सुबह की प्रार्थना सभा, व्यायाम से खुद को रख रहे फिट
चंडीगढ़ के स्कूलों में इन दिनों जरूरत के मुताबिक ही स्टूडेंट्स आ रहे हैं। ऐसे में स्कूलों में स्टूडेंट्स की कम संख्या और कोरोना नियमों को ध्यान में रखते हुए स्कूल टीचर्स ही सुबह की प्रार्थना सभा कर रहे हैं।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। कोरोना महामारी के चलते शहर के स्कूलों में जरूरत के मुताबिक ही स्टूडेंट्स आ रहे हैं। इससे पहले स्कूल पूरी तरह बंद थे हालत थोड़ा कंट्रोल में आए तो पहले टीचर्स ने स्कूल आना शुरू किया और उसके बाद 21 सितंबर से नौवीं से बारहवीं कक्षा के स्टूडेंट्स भी स्कूल आने लगे हैं।
स्कूलों में स्टूडेंट्स तो आने शुरू हो गए है लेकिन कोरोना नियमों के तहत आम दिनों की तरह स्कूलों में दिन की शुरुआत प्रार्थना सभा से होती थी जो अब नहीं हो रही है। ऐसे में स्टूडेंट्स कम आ रहे हैं तो टीचर्स ने खुद ही प्रार्थना सभा करने का निर्णय लिया। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-22 और गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-29 में प्रार्थना सभा और उसके बाद योग क्लासें टीचर्स खुद ही लगा रहे हैं।
नियमों का पालन करना जरूरी
गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-22 के प्रिंसिपल राजीव कुमार ने बताया कि किसी भी काम की शुरुआत भगवान की वंदना से की जाती है। स्कूल में दिन की शुरुआत प्रार्थना सभा से होती है और यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। भगवान की वंदना के साथ व्यायाम भी प्रार्थना सभा के दौरान किए जाते हैं जो कि हमारी शरीरिक तंदरुस्ती के लिए बेहतर होता है। इसलिए स्कूल टीचर्स ने मिलकर प्रार्थना सभा और उसके साथ योग करना शुरू कर दिया है।
खुद फिट तभी स्टूडेंट्स को दे पाएंगे शिक्षा
गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल हेडमास्टर गुरजीत कौर ने बताया कि स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा देने के लिए जरूरी है कि टीचर खुद खुश और स्वस्थ हों इसलिए हमने स्कूल में व्यायाम से दिन की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। सभी टीचर्स व्यायाम कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि इसे करने से टीचर्स को कोई परेशानी नहीं आएगी।