चंडीगढ़ में लोगों को आ रहे पानी के भारी भरकम बिल, रेजिडेंट्स बोले- पहले आता था 290 रुपये बिल, अब आया 1340 रुपये
चंडीगढ़ में पानी के दामों में कई गुना इजाफा किया गया है। लोगों को अब भारी भरकम पानी के बिल आने शुरू हो गए हैं। वहीं लोगों ने इसका विरोध किया और इसके खिलाफ मेयर राजबाला मलिक से मुलाकात कर पानी के दाम कम करने की मांग की।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में शहरवासियों को पांच से छह गुना पानी के बिल बढ़कर आने का मामला अब गरमाने लगा है। इस मुद्दे को लेकर बुधवार को धनास हाउसिंग बोर्ड रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मेयर राजबाला मलिक को मिला।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखदेव सिंह और महासचिव विजय कुमार डोगरा ने बताया कि धनास की ईडब्ल्यूएस कॉलोनी के मकान हैं जिन्हें दो माह का बिल 290 रुपये आता था, लेकिन अब 1340 रुपये का बिल भेजा गया है। उनका कहना है कि पांच गुना पानी का बिल बढ़ाना ठीक नहीं है। इस प्रस्ताव पर फिर से विचार करके लोगों को राहत देनी चाहिए। धनास की मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मैदान का कहना है कि उनके यहां पर 50-50 हजार रुपये का बिल भी आया है।
भाजपा भी मान रही पानी के दाम काफी ज्यादा
मालूम हो कि प्रशासन की ओर से जारी अधिसूचना के आधार पर बढ़े हुए रेट्स लागू हो गए हैं। जिस कारण बढ़े हुए पानी के रेट्स के बिल लोगों को भेजे जा रहे हैं। इन बढ़े हुए भारी भरकम पानी के बिल को लेकर लोगों में रोष है। वहीं भाजपा भी मान रही है कि अधिसूचना के आधार पर जो रेट बढ़ाए गए हैं वह काफी ज्यादा हैं। दो माह पहले भाजपा पार्षदों ने रेट रिवाइज करने का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा था, लेकिन अभी तक प्रशासन की मंजूरी नहीं मिली है।
हमने किया था विरोध अब जनता कर रहीः कैंथ
कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ का कहना है कि भाजपा शासित नगर निगम ने पानी के दाम काफी ज्यादा बढ़ा दिए हैं। उनका कहना है कि जिस समय रेट बढ़ाने का प्रस्ताव पास हो रहा था उस समय कांग्रेस ने सदन में विरोध किया था, लेकिन भाजपा ने उनकी एक न सुनी। पूरे शहर में काफी ज्यादा बढ़े हुए बिल आ रहे हैं लेकिन उन पर कोई गौर नहीं कर रहा है। शहरवासी अगले साल होने वाले नगर निगम चुनाव में भाजपा को जवाब देंगे।