नहीं थम रही प्राइवेट स्कूलों की मनमानी, पेरेंट्स ऐसोसिएशन ने शिक्षा सचिव को भेजी शिकायत
प्राइवेट स्कूल सीबीएसई एस्टेट ऑफिस और शिक्षा विभाग के निर्देशों के बाद भी मनमानी कर रहे हैं। जिसकी शिकायत मंगलवार को चंडीगढ़ पेरेंट्स ऐसोसिएशन ने शिक्षा सचिव को ईमेल के जरिए की है
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। प्राइवेट स्कूल सीबीएसई, एस्टेट ऑफिस और शिक्षा विभाग के निर्देशों के बाद भी मनमानी कर रहे हैं। जिसकी शिकायत मंगलवार को चंडीगढ़ पेरेंट्स ऐसोसिएशन ने शिक्षा सचिव बंसीलाल शर्मा, डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन आरएस बराड़ और जिला शिक्षा अधिकारी अनुजीत कौर को ईमेल के जरिए की है। शिकायत में विभिन्न स्कूलों का नाम जाहिर करते हुए उन्होंने बताया कि स्कूल धड़ल्ले से कमर्शियल एक्टिविटी चला रहे हैं और अभिभावक बच्चों के भविष्य के आगे पूरी तरह से मजबूर हैं। उन्हें न चाहते हुुए भी स्कूलों के कहे अनुसार काम करना पड़ रहा है।
स्कूल कैंपस में बिक रही है स्टेशनरी
एस्टेट डिपार्टमेंट की लैंड अलॉटमेंट के नियम के अनुसार स्कूल में पढ़ाई तो चल सकती है, लेकिन उसके अंदर कोई ऐसी एक्टिविटी नहीं होगी, जिससे मुनाफा हो। ऐसे में स्कूल कैंपस के अंदर स्टेशनरी और ड्रेस जैसा कोई भी सामान कैंपस में नहीं बेच सकता है। रियान इंटरनेशनल स्कूल और बाल निकेतन सहित शहर के विभिन्न स्कूल स्टेशनरी को बेचने जैसे काम कर रहे हैं और अभिभावकों को स्टेशनरी खरीदने के लिए निर्धारित समय भी दे रहे हैं।
पूरा बंडल खरीदने को मजबूर हैं अभिभावक
स्कूल कैंपस में कर्मिशयल एक्टिविटी के अलावा कई स्कूलों का बुक स्टोर मालिकों के साथ भी सांठगांठ से काम चल रहा है। अभिभावकों को जरूरत की पुस्तक लेने के बजाए क्लास का पूरा बंडल खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जिसमें बुक्स के साथ स्टेशनरी का पूरा सामान दिया जा रहा है। इसके अलावा बुक्स में एनसीईआरटी के अलावा प्राइवेट प्रकाशकों की पुस्तकें भी लगाई जा रही हैं, जिनका कभी कोई एग्जाम तक नहीं होता है।
प्राइवेट स्कूल नियमों की लगातार अनदेखी कर रहे है। जिसके कारण अभिभावकों को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। उसी के खिलाफ शिकायत की है। उम्मीद करते है कि जल्द ही विभाग कोई कार्रवाई करेगा, ताकि अभिभावक परेशानी से बच सके।- नितिन गोयल, प्रेसिडेंट, चंडीगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन
अभी कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि कोई स्कूल के खिलाफ शिकायत करता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।- बंसीलाल शर्मा, शिक्षा सचिव