झपटमारी मामले में 10 सालों से भगोड़ा चल रहे आरोपित को ऑपरेशन सेल ने किया गिरफ्तार
झपटमारी मामले में जमानत मिलने के बाद आरोपित गुरप्रीत 2010 से फरार चल रहा था। अदालत ने उसे को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। झपटमारी मामले में दस साल से फरार चल रहे भगोड़े को ऑपरेशन सेल ने जीरकपुर से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपित की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ सन्नी के रूप में हुई। भगोड़े सन्नी पर सेक्टर-3 और सेक्टर-17 पुलिस स्टेशन में 2006 में झपटमारी का मामला दर्ज हुआ था। मामले में जमानत मिलने के बाद आरोपित गुरप्रीत 2010 से फरार चल रहा था। ऑपरेशन सेल ने भगोड़े गुरप्रीत को जिला अदालत में पेश किया। जहा से अदालत ने उसे को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
ऑपरेशन सेल इंचार्ज रणजीत सिंह को सूचना मिली कि 6 नवंबर 2006 में सेक्टर-8 से कमलजीत कौर से पर्स और 10 फरवरी 2006 को सेक्टर-22 से सरोज उप्पल का पर्स छीनने के मामले में दस साल से भगोड़े चल रहा आरोपित गुरप्रीत सिंह उर्फ सन्नी जीरकपुर में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही अफसरों ने इंस्पेक्टर रणजीत सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई। हेड कॉन्स्टेबल लखविंदर सिह, हेड कांस्टेबल जसविंद्र सिह और कांस्टेबल अमनदीप सिह ने भगोड़े गुरप्रीत सिंह को जीरकपुर सिथत जरनैल इनक्लेव से गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि आरोपित उक्त मामले में जमानत मिलने के बाद अदालत में पेश नही हुआ। जिसके चलते अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित किया था। इसके बाद आरोपित अपना ठिकाना बदल कर रह रहा था।
अंबाला में भी दर्ज है फिरौती मांगने का केस
दस साल से भगोड़े गुरप्रीत सिंह उर्फ सनी पर अंबाला के महेश नगर पुलिस स्टेशन में प्रोपर्टी डीलर से फिरौती मांगने का भी केस दर्ज हो रखा है। मामला अंबाला के प्रोपटी डीलर सुनील सेठी ने दर्ज करवाया था। आरोपित गुरप्रीत सिंह ने प्रोपटी डीलर से 50 हजार रूपये मगे थे। उसने प्रोपर्टी डीलर को धमकी दी थी कि रुपये नही देगा तो उसकी फैमली की हत्या कर देगा। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपित गुरप्रीत को 11 नवंबर 2010 को गिरफ्तार किया था।