जासं, चंडीगढ़। चुनाव के बाद नगर निगम सदन की पहली बैठक शुरू होते ही हंगामे का शिकार हो गई। आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। आप ने मेयर चुनाव के लिए आए मिनट्स पर आपत्ति जताई। इसे लेकर भाजपा पार्षद हरप्रीत कौर बावला और आम आदमी पार्टी की पार्षद प्रेमलता के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। इस पर नगर निगम के सचिव राजीव प्रसाद ने कहा कि पार्षद सदन की गरिमा बनाए रखेंउन्होंने कहा कि नियम के अनुसार कोई भी पार्षद किसी अधिकारी और सदस्य पर व्यक्तिगत आरोप नहीं लगा सकता है।
नगर निगम की सदन की बैठक में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षद जमकर हंगामा किया। दोनों दल के पार्षद यह मांग कर रहे हैं कि जो मिनट पास करने का प्रस्ताव आया है, उस पर वोटिंग करवाई जाए।
निगम कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने कहा कि मेयर चुनाव का मामला पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए इस मामले पर चर्चा नहीं की जा सकती। कांग्रेसी पार्षद गुरबख्श रावत ने कहा कि जब मिनट्स पास करवाने का प्रस्ताव लेकर आया गया है तो उस पर वोटिंग करवाई जाए। मालूम हो कि आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव को हाईकोर्ट में चुनौती दी हुई है।
आप की पार्षद प्रेमलता ने कहा कि वह सरबजीत कौर को मेयर नहीं मानते हैं क्योंकि भाजपा ने धोखे से मेयर चुनाव जीता है। इसके बाद कमिश्नर की ओर से सदन में यह सुझाव रखा गया है कि इस मामले पर कानूनी राय ले ली जाए।सदन की बैठक मैं हंगामा शांत करने के लिए मेयर ने टी ब्रेक घोषित कर दिया।
इसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षद धरने पर बैठ गए हैं। वे भाजपा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पार्षदों को उठाने के लिए नगर निगम सचिव राजीव प्रसाद ने मार्शल बुला लिए हैं ऐसे में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।
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