ये हैं चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल टीचर गौरव वाधवा, बेटियों को फ्री में सीखा रहे सेल्फ डिफेंस के टिप्स
स्कूल टीचर गौरव वाधवा ऐसे अध्यापक हैं जो कि स्कूल में स्टूडेंट्स को पढ़ाने के बाद बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। गौरव वाधवा शहर के गवर्नमेंट माडल हाई स्कूल आरसी-2 मलोया में कार्यरत हैं और बच्चियों को फ्री ट्रेनिंग देते हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ के सराकारी स्कूल में कार्यरत अध्यापक की यह नेक पहल सराहनीय है। बेटियों को सुरक्षित करने के मकसद से सरकारी स्कूल शिक्षक गौरव वाधवा उन्हें आत्मरक्षा के गुर सीखा रहे हैं। बेटियों के खिलाफ बढ़ रहे अपराध और बच्चियों को खुद की रक्षा करने के बारे में गौरव उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं। शिक्षक गौरव का यह प्रयास सच में काबिले तारीफ है।
स्कूल टीचर गौरव वाधवा ऐसे अध्यापक हैं जो कि स्कूल में स्टूडेंट्स को पढ़ाने के बाद बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। गौरव वाधवा शहर के गवर्नमेंट माडल हाई स्कूल आरसी-2 मलोया में कार्यरत हैं, जो कि स्कूल में पढ़ाई करवाने के बाद स्कूल की छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सीखाने के लिए विशेष कैंप लगा रहे हैं। सेल्फ डिफेंस के टिप्स देने के लिए गौरव स्कूल की छात्राओं को बिना किसी कोचिंग फीस के ट्रेनिंग दे रहे हैं। मौजूदा समय में गौरव के पास 200 से ज्यादा बच्चे कोचिंग ले रहे हैं।
आनलाइन सीख, छात्राओं को दे रहे टिप्स
टीचर गौरव ने छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए पहले खुद आनलाइन हर टिप्स सीखते हैं। आनलाइन सीखने के बाद गौरव ने पहले उन टिप्स को स्कूल के और आसपास के लोगों को सिखाने शुरू किए और अब स्कूल की छात्राओं को सीखा रहे है।
बेटियों को सशक्त करने से होगा समाज में सुधार
छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने वाले शिक्षक गौरव बताते हैं कि बेटियां समाज का अहम हिस्सा है। हमारी बेटियां इसी लिए असुरक्षित है क्योंकि वह खुद की रक्षा करना नहीं जानती। यदि बेटियों को खुद की रक्षा करना आता हो तो निश्चित तौर पर किसी प्रकार का अन्याय और बुरा व्यवहार बेटियों के साथ नहीं होगा। मैं चाहता हूं कि स्कूल ही नहीं पूरे शहर और देश की में ही हर बेटी को आत्मरक्षा के लिए प्रेरित करने के साथ सशक्त किया जाए ताकि वह खुद की पहचान भी अपने स्तर पर बना सके।