Bribery Case: पूर्व एसएचओ जसविंदर कौर ने याचिका लगा कहा- जेल में दूसरे कैदियों से अलग रखा जाए
मनीमाजरा की पूर्व एसएचओ जसविंदर कौर ने याचिका में कहा कि उन्होंने कई अपराधियों को जेल पहुंचाया है। कई के मामलों में वह गवाह हैं। जेल में उन्हें दूसरे कैदियों के साथ न रखा जाए।
चंडीगढ़ [राजन सैनी]। पांच लाख रुपये रिश्वत मामले में आरोपित और चार दिन के सीबीआइ रिमांड पर चल रहीं मनीमाजरा थाना की पूर्व एसएचअो जसविंदर कौर ने कोर्ट में नई याचिका लगाई है। उन्होंने स्पेशल सीबीआइ अदालत में याचिका दायर कर उन्हें जेल में अन्य कैदियों से अलग रखने की अपील की है। इस पर अदालत ने सीबीआइ को बुधवार को जवाब दायर करने के लिए नोटिस जारी कर दिया है। बुधवार को ही जसविंदर कौर का चार दिन का सीबीआइ रिमांड भी खत्म हो रहा है। अब सीबीआइ जसविंदर को अदालत में पेश करेगी।
अपनी याचिका में जसविंदर कौर ने अपील की कि कोर्ट बुड़ैल जेल के सुपरिंटेंडेंट को डायरेक्शन दी जाए कि जब कोर्ट उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजेगी तो उन्हें अन्य कैदियों से अलग रखा जाए। कौर ने कहा कि वह पिछले 20 वर्ष से चंडीगढ़ पुलिस में नौकरी कर रही हैं। कई अपराधियों को उन्होंने जेल तक पहुंचाया है तो कई के केस अभी जिला अदालत में चल रहे हैं। उनमें वह गवाह हैं। वर्ष 2017 के रिश्वत मामले में गवाह प्रेम सिंह बिष्ट भी उनसे बदला लेना चाहता है और नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में उन्हें दूसरे कैदियों से अलग रखा जाए।
यह था मामला
मनीमाजारा निवासी गुरदीप सिंह ने सीबीआइ को बीती 26 जून को शिकायत दी थी कि मनीमाजरा थाना एसएचओ जसविंदर कौर ने फोन कर उससे कहा था कि उसके खिलाफ उनके पास रणधीर सिंह की पत्नी को सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 27 से 28 लाख की धोखाधड़ी करने की शिकायत आई है। जसविंदर कौर ने मामले की सेटलमेंट करने और उसके खिलाफ केस दर्ज नहीं करने की एवज में पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद वह बिचौलिए भगवान सिंह को पंजाब के जिला संगरूर के मेहलन चौक पर पहली किश्त के रूप में दो लाख रुपये भी दे आया था। इसके बाद जब वह एक लाख रुपये की दूसरी किश्त देने के लिए गया तो ट्रैप लगाकर बैठी सीबीआइ ने भगवान सिंह को रंगे हाथ पकड़ लिया था।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें