Tokyo Olympic में चंडीगढ़ के पांच खिलाड़ी, एथलेक्टिस कोच मनजिंदर बोले- जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा से मेडल की उम्मीद
Tokyo Olympic 2020 टोक्यो ओलंपिक में पहली बार चंडीगढ़ के पांच खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। चंडीगढ़ की शूटर अंजुम मोदगिल के पिता सुदर्शन मोदगिल ने बताया कि वह परिवार के साथ भारत के हर मुकाबले को देखेंगे और अपने खिलाड़ियों को चीयरअप करेंगे।
विकास शर्मा, चंडीगढ़। Tokyo Olympic 2020: टोक्यो ओलंपिक-2020 की विधिवत रूप से शुरू हो गई। खेलों के इस महाकुंभ का इंतजार खिलाड़ी बेसब्री से कर रहे थे। ओलंपिक में हिस्सा ले रही शूटर अंजुम मोदगिल के पिता सुदर्शन मोदगिल ने बताया यह पहला मौका है कि जब शहर से जुड़े पांच खिलाड़ी ओलंपिक टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा टोक्यो ओलंपिक में भारत के कुल 127 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जो कि अभी तक का भारत का सबसे बड़ा दल है। ऐसे में हर किसी को उम्मीद है कि हमारा देश ओलंपिक में ज्यादा से ज्यादा मेडल जीते। हम परिवार के साथ हर मैच का लुत्फ उठाएंगे।
स्पोर्ट्स कांप्लेक्स -7 के एथलेक्टिस कोच मनजिंदर सिंह हीरा बताते हैं कि चाहे सीनियर खिलाड़ी हो या शुरुआत करने वाले खिलाड़ी सभी को ओलंपिक का हर मैच देखना चाहिए। हर खिलाड़ी का कोई न कोई सीनियर खिलाड़ी आर्दश होता है। यह आर्दश खिलाड़ी ही उन्हें मोटिवेट करते हैं। ओलंपिक सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। हर खिलाड़ी को हर खेल से जुड़े मैच देखने चाहिए। इन मैचों को देखकर कई तरह की तकनीक खिलाड़ी खुद ही सीख जाते हैं। दवाब में कैसे खेलना है और जीतने की खुशी कैसी होती है यह सब इन बड़े आयोजनों को देखकर खिलाड़ी महसूस करता है। वह बड़े सपने देखता है। उन्होंने बताया कि जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा और डिक्सस थ्रोअर कमलप्रीत कौर से इस बार देश को मेडल की उम्मीद है।
अपनी-अपनी पसंदीदा टीमों को चेयर्स करेंगे खिलाड़ी
यूटीसीए के फुटबाल कोच संदीप ने बताया कि ओलंपिक में फुटबाल के मुकाबले बुधवार से ही शुरू हो गए थे। भारतीय फुटबाल टीम ओलंपिक में नहीं खेलती है, बावजूद इसके हमारे युवा फुटबॉलर ब्राजील, अर्जेटीना और जर्मन टीम को खिताब का प्रमुख दावेदार मान रहे हैं। हम रोज प्रेक्टिस से पहले मैच पर चर्चा करते हैं। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया को ओलंपिक में खेले यह हर किसी का सपना है। हम एशिया कप में बेहतर प्रदर्शन करेंगे तो हमारी रैंकिंग अच्छी होगी, तभी हम ओलंपिक क्वालीफाइंग मुकाबलों को हिस्सा ले सकते हैं। भविष्य में टीम इंडिया को ज्यादा से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने चाहिए, तभी भारतीय फुटबॉलर इंटरनेशनल स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करेंगे।