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अच्छी पहलः चंडीगढ़ में साक्षरता अलख जलाएगी एजुकेशन हट, जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाएंगे सरकारी कर्मचारी

मौलीजागरां में बनी एजुकेशन हट में स्टूडेंट्स के बैठने के लिए कुर्सियां किताबें और स्टेशनरी के लिए अलमारी स्थापित की गई है। यहां पर शाम तीन बजे के बाद पढ़ाई शुरू होगी। जो भी बच्चे स्कूल जाते हैं वे शाम को आकर होम वर्क एजुकेशन हट में कर सकते हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 02:42 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 11:00 PM (IST)
अच्छी पहलः चंडीगढ़ में साक्षरता अलख जलाएगी एजुकेशन हट, जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाएंगे सरकारी कर्मचारी
मौलीजागरां में बनी एजुकेशन हट में 30 से 40 स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था की गई है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शिक्षा से ही इंसान हर मुकाम हासिल कर सकता है। इसी सोच के साथ शहर के संदीप कुमार ने मौलीजागरां में एजुकेशन हट का निर्माण किया है। इसमें मौलीजागरां में बनी करीब 50 झुग्गियों के बच्चे स्कूल में पढ़ाई करने के बाद शाम को पढ़ाई करेंगे। उन्हें दोबारा से पढ़ाई करवाने के लिए शहर के सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मचारी पहुंचेंगे। रविवार को शुरू किए गए एजुकेशन हट का शुभारंभ ओंकार चेरिटेबल ट्रस्ट के फाउंडर रविंदर बिल्ला ने किया।

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यह रहेगा काम

एजुकेशन हट में स्टूडेंट्स के बैठने के लिए कुर्सियों, किताबें और स्टेशनरी रखने के लिए अलमारी स्थापित की गई है। यहां पर शाम तीन बजे के बाद पढ़ाई शुरू होगी। जो भी बच्चे स्कूल जाते हैं, वे शाम को आकर होम वर्क एजुकेशन हट में कर सकते हैं। जो बच्चे किसी कारण से स्कूल नहीं जाते, वे भी यहां आकर पढ़ाई कर सकते हैं। पढ़ाई शाम तीन बजे से लेकर 6-7 बजे तक चलेगी। इसमें पढ़ाई करवाने वाले अध्यापक फ्री में सेवाएं देंगे और पढ़ाई के लिए किताबों से लेकर स्टेशनरी का सामान संदीप कुमार द्वारा संचालित ओपन आइज फाउंडेशन की तरफ से दिया जाएगा। एजुकेशन हट में 30 से 40 स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था की गई है। स्टूडेंट्स के साथ यदि कोई बड़ा या माता-पिता भी पढ़ाई करना चाहता है तो वह भी इस स्थान पर आकर पढ़ाई कर सकता है।

यह है संदीप कुमार

संदीप कुमार वर्ष 2017 से शहर में ओपन आइज फाउंडेशन चला रहे हैं। इसके तहत वह शहर के जरूरतमंद बच्चों को फ्री में पुस्तकें मुहैया कराते हैं। संदीप ट्राईसिटी से रद्दी उठाने का काम करता है, उसमें जो भी पढ़ाई के लिए उपयोगी सामान मिलता है, उसे छांट कर जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाते हैं। कोरोना काल में स्कूल बंद होने के बाद संदीप ने एजुकेशन आनव्हील प्रोजेक्ट को लांच किया। इसमें वह शहर के अलग-अलग स्थानों पर जाकर बच्चों और बड़ो को पढ़ाई करवाते हैं। फ्री में पुस्तकें देने के लिए संदीप की प्रशंसा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कर चुके हैं। एजुकेशन आनव्हील के लिए संदीप को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सराहा गया है।

ये देंगे सेवाएं

एजुकेशन हट में शिक्षा विभाग से शिक्षक कृष्ण राठी के अलावा चंडीगढ़ पुलिस में कार्यरत कर्मचारी अमनदीप पन्नू और शाम सुंदर सेवाएं देंगे। इसके साथ ही फाउंडेशन से जुड़े हुए करीब 30 वालंटियर्स भी स्टूडेंट्स को पढ़ाने से लेकर अन्य प्रकार की सुविधाएं प्रदान करेंगे।


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