NTT परीक्षा में पास हुए उम्मीदवारों को शिक्षा विभाग ने बताया अयोग्य, जानिए क्या है मामला Chandigarh News
विभाग द्वारा एनटीटी के 131 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की थी और 203 कैंडीडेट पास हुए। उनमें से 150 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन मैरिट के आधार पर किया गया।
चंडीगढ़, जेएनएन। शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में नर्सरी ट्रेनिंग टीचर्स के खाली पड़े पदों को भरने के लिए 131 पदों पर भर्ती निकाली थी, जिसके एग्जाम 16 नवंबर को खत्म हुए थे। उसके बाद 13 दिसंबर यानि के शुक्रवार को परीक्षा में पास हुए कैंडिडेट्स के दस्तावेजों की जांच के लिए उन्हें 12 दिसंबर को बुलाया था। गवर्नमेंट होम साइंस कॉलेज-10 को कैंडिडेट्स के दस्तावेज जांच के लिए चुना गया था। लेकिन वहां पहुंचे के कुछ देर बाद ही सेलेक्टेड कैंडिडेट्स ने विरोध करना शुरू कर दिया। सेलेक्टेड कैंडिडेट्स ने आरोप लगाया कि विज्ञापन में लिखी शैक्षणिक योग्यता होने के बावजूद उन्हें नहींं रखा जा रहा है। जब इस भर्ती के लिए जो विज्ञापन निकाला था तो उसमें कोई भी ऐसे दस्तावेजों का जिक्र नहीं किया था जैसा विभाग अब मांग रहा है।
131 पदों के लिए 150 कैंडीकेट हुए सेलेक्ट
विभाग द्वारा एनटीटी के 131 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की थी और 203 कैंडीडेट पास हुए। उनमें से 150 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन मैरिट के आधार पर किया गया। कैंडिडेट्स ने आरोप लगाते हुए कहा कि विज्ञापन में लिखी शैक्षणिक योग्यता होने के बावजूद अब शिक्षा विभाग उन्हें यह कह कर निकाल रहा है कि आप इस पद के लिए अयोग्य है। सेलेक्टेड कैंडिडेट्स ने कहा कि अगर हम अयोग्य हैं तो फिर इस परीक्षा को आयोजित किस आधार पर किया गया। विरोध कर रहे टीचर्स में कई ऐसे थे जिनके पास जेबीटी की क्वालिफिकेशन है और उन्होंने एनटीटी पोस्ट के लिए परीक्षा दी थी। एनटीटी टीचर्स के लिए केवल एनटीटी कोर्स के तहत ही कोई व्यक्ति योग्य हो सकता है। उसके अलावा जेबीटी और टीजीटी डिग्री होल्डर एनटीटी के लिए अप्लाई नहीं कर सकते।
एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों से एनटीटी करने वाले का हो रहा चयन
विरोध कर रहे कैंडिडेट्स ने शिक्षा विभाग पर आरोप लगाया कि एनटीटी होने के बावजूद उन्हें नहीं रख रहें हैं। जबकि विभाग उन्हीं कैंडिडेट्स का सेलेक्शन कर रहा है जिन्होंने एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों से एनटीटी कोर्स किया है। शिक्षा विभाग का विज्ञापन दिखाते हुए कैंडिडेट्स ने कहा कि इसमें कही पर भी, कहां से मान्यता प्राप्त हो, इसका कोई जिक्र नहीं था। फिर अब इन दस्तावेजों की मांग किस आधार पर की जा रही है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें