पंजाब AAP MLA बलजिंदर कौर की बढ़ी मुश्किलें, चंडीगढ़ जिला अदालत ने जारी किए गैर जमानती वारंट
पंजाब आम आदमी पार्टी की विधायक बलजिंदर कौर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चंडीगढ़ जिला अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए हैं। बलजिंदर कौर तलवंडी साबो से विधायक हैं। हाल ही में वह घरेलू हिंसा की शिकार भी हुईं थी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब की आम आदमी पार्टी की विधायक बलजिंदर कौर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुए हैं। चंडीगढ़ जिला अदालत ने विधायक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। चंडीगढ़ सेक्टर-43 स्थित जिला अदालत में कई महीने से पेश नहीं होने पर कोर्ट ने यह आदेश जारी किया है।
बता दें कि बलजिंदर कौर तलवंडी साबो से आप विधायक है। कुछ दिन पहले बलजिंदर कौर घरेलू हिंसा की शिकार भी हुई थीं। उनके पति ने उन्हें सबके सामने थप्पड़ जड़ दिया था। थप्पड़ का यह वीडियो सीसीटीवी में कैद होने के बाद खूब वायरल भी हुआ था।
2020 में कांग्रेस सरकार के दौरान किया था प्रदर्शन
दरअसल आप विधायक बलजिंदर कौर समेत पंजाब के मुख्यमंत्री व अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं पर चंडीगढ़ में प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प की घटना के बाद सेक्टर-3 थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। पुलिस के साथ हाथापाई की यह घटना साल 2020 में पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान हुई थी। उस समय पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिजली दरों में बढ़ोतरी की थी। इसके विरोध में आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए चंडीगढ़ स्थित सीएम हाउस का घेराव करने की कोशिश की थी। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ आप नेताओं और कार्यकर्ताओं की झड़प हुई थी और इस झड़प में कई पुलिस कर्मी व आप कार्यकर्ता भी घायल भी हुए थे। चंडीगढ़ पुलिस ने भगवंत मान, विधायक चीमा सहित कई तत्कालीन विधायकों व वर्तमान में मंत्री के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
कई बार समन के बावजूद कोर्ट में पेश नहीं हुई विधायक
इस मामले में आरोपित महिला विधायक बलजिंदर कौर को कोर्ट ने कई बार पेश होने के लिए समन जारी किया। बावजूद बलजिंदर कौर अदालत में पेश नहीं हुई। इसके बाद अब कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती धाराएं के तहत वारंट जारी किया है।
मुख्यमंत्री मान भी हो चुके पेश
इससे पहले इस मामले में मुख्यमंत्री भगवंत मान जिला अदालत में पेश हो चुके हैं। पेशी के दौरान पंजाब के पूर्व एडवोकेट जनरल अनमोल रतन सिद्धू भी और पूर्व स्पेशल प्रासिक्यूटर प्रथम सेठी भी अदालत में सीएम के साथ मौजूद रहे थे। कोर्ट ने मामले में उन्हें राहत देते हुए जमानत दे दी है। जिसके बाद सीएम चले गए थे। इस मामले में आप के कई तत्कालीन विधायक जो वर्तमान में मंत्री हैं, वह भी आरोपित हैं।