चंडीगढ़ के साइकिलगिरी ग्रुप का कमाल, साइकिल रूट से दिया 'नो ड्रग' का मैसेज, ग्रुप में 700 से ज्यादा मेंबर्स
Anti Drug Day 2022 आज अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस है। चंडीगढ़ में साइकिलगिरी ग्रुप ने इस खास मौके पर साइकिल रैली निकाली जो शहर के सेक्टरों से गुजरी। साइकिल रैली का रूट कुछ इस तरह बनाया गया था कि उससे नो ड्रग का मैसेज दिया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। साइकिलगिरी ग्रुप के मेंबर्स ने खास अंदाज में नशा निषेध दिवस मनाया। ग्रुप के 30 मेंबर्स ने इस साइकिल रैली निकाली। साइकिल रैली का रूट कुछ इस तरह बनाया गया था कि उससे नो ड्रग का मैसेज दिया। यह रूट साइकिलिस्ट रायन शर्मा ने डिजाइन किया था।
साइकिलिस्ट रायन गवर्नमेंट कालेज कामर्स सेक्टर-51 में छात्र हैं और वह बचपन से साइकिलिंग कर रहे हैं। इस साइकिल रैली में सबसे छोटे साइकिलिस्ट रायन (22वर्ष) ही थे। सबसे सीनियर साइकिलिस्ट प्रो एसएस भट्टी (68 साल) थे। यह साइकिल रैली सेक्टर -42 से शुरू हुई। इसके बाद यह रैली सेक्टर- 40, सेक्टर- 25 से यू टर्न लेते हुए सेक्टर- 36, 34,28,29,22, 17 होते हुए सेक्टर- 10 में खत्म हुई। इस दौरान यह साइकिलगिरी ग्रुप के सदस्य रास्ते में लोगों को साइकिलिंग करने और नशे से दूर रहने का भी संदेश देते रहे।
पहले भी लोगों को जागरूक करता रहता है साइकिलगिरी ग्रुप
साइकिलगिरी ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट अक्षित ने बताता कि साइकिलगिरी ग्रुप 2017 को बनाया गया था। प्रेसिडेंट डा सुनैना बंसल ने इस ग्रुप की शुरुआत की थी। अभी इस के 700 से ज्यादा मेंबर्स हैं। ग्रुप के मेंबर्स हर छोटे -छोटे इवेंट और स्पेशल डे पर साइकिल रैली निकालकर लोगों को जागरूक करते हैं। इससे पहले वह वर्ल्ड वूमेंस डे, वर्ल्ड साइकिल डे, वर्ल्ड हार्ट डे, इंडिपेंड्स डे पर भी साइकिल रैली निकाल चुके हैं। क्रिसमिस हर साल साइकिलगिरी ग्रुप के लिए बेहद खास रहता है। इस दिन सभी साइकिलिस्ट लाल ड्रेस पहनकर राइड पर निकलते हैं। साइकिलगिरी ग्रुप की इंटरनेट मीडिया पर भी खासी पकड़ है। मौजूदा समय ग्रुप के साथ तकरीबन 10 हजार से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं। इसके अलावा साइकिलगिरी के दो वाट्सएप ग्रुप हैं, जिनमें 250 -250 लोग जुड़े हुए हैं।
हर साल 26 जून को मनाया जाता नशा निषेध दिवस
हर साल 26 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है। नशे के सेवन को रोकने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। नशा एक धीमा जहर है जो धीरे-धीरे तबाह करता है। नशा न केवल व्यक्ति का जीवन बर्बाद कर देता है बल्कि यह जानलेवा भी होता है। यह लत न केवल नशा करने वाले व्यक्ति बल्कि उसके पूरे परिवार और समाज को भी प्रभावित करती है। इसलिए इसे सिर्फ एक आदत के रूप में ही नहीं बल्कि एक बीमारी के रूप में परिभाषित किया जाता है।