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चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष छाबड़ा को फिर बैठक में नहीं बुलाया, पिछली बार प्रभारी हरीश रावत से की थी शिकायत

चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को एक बार फिर से कार्यकारिणी की बैठक में नहीं बुलाया गया है। इससे पहले 18 मई को बैठक में न बुलाए जाने पर छाबड़ा पार्टी प्रभारी हरीश रावत को लिखित में शिकायत भी कर चुके हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 09 Jun 2021 05:45 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 05:45 PM (IST)
चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, जेएनएन। कांग्रेस मे एक बार फिर से गुटबाजी बढ़ रही है। चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को एक बार फिर से कार्यकारिणी की बैठक में नहीं बुलाया गया है। इससे पहले 18 मई को बैठक में न बुलाए जाने पर छाबड़ा पार्टी प्रभारी हरीश रावत को लिखित में शिकायत भी कर चुके हैं इसके बावजूद फिर से सोमवार को हुई वर्चुअल बैठक में छाबड़ा को बैठक के लिए नहीं बुलाया गया।ऐसे में पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा एक बार फिर से नाराज हो गए हैं।वर्तमान में कई नेता छाबड़ा को बुलाना चाहते हैं लेकिन वह वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला के सामने इस मुद्दे पर चुप है।ऐसे में यह लड़ाई आगे जारी रहेगी। मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पार्टी 11 जून को सेक्टर 21 में पेट्रोल पंपों के सामनेबढ़ती कीमतों के खिलाफ शाम 4 से 6 बजे तक धरना देगी। बैठक में कई सीनियर नेताओं ने भाग लिया। मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की ने कहा कि यह निर्णय लिया गया कि शहर भर के कांग्रेसी सेक्टर 21 में पेट्रोल पंपों के सामने इकट्ठा होंगे और पेट्रोल और डीजल की हर रोज बढ़ती कीमतों का विरोध करने के लिए तख्तियां लेकर प्रदर्शन करेंगे।मालूम हो कि हरीश रावत को पत्र लिखने के बावजूद कोई असर नहीं पड़ा है।ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं इस मुद्दे पर रावत की वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला से कोई बात नहीं हुई है।

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छबाड़ा ने लगाए थे गंभीर आरोप 

छाबड़ा ने मई में पत्र लिखकर चावला पर गंभीर आरोप लगाए थे। पार्टी प्रभारी हरीश रावत को पत्र लिखकर कहा है कि कुछ लोग पार्टी में गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला को लक्ष्य साधते हुए कहा है कि प्रदेश कार्यकारिणी की जो बैठक हो रही है, उसमें उन्हें नहीं बुलाया जा रहा है। पार्टी के कई सीनियर नेताओं की भी अनदेखी की जा रही है।इस पत्र लिखने के बाद छाबड़ा का महासचिव हरमेल केसरी के साथ भी नया विवाद छिड़ गया है। पार्टी प्रभारी हरीश रावत को लिखे पत्र में कहा गया था कि क्या चंडीगढ़ कांग्रेस सिर्फ 100 लोगों तक ही सीमित रह गई है। बाकी साथियों को क्यों नहीं बुलाया जा रहा। छाबड़ा के अनुसार बहुत से साथी ऐसे हैं, जिन्होने जिंदगी का अहम समय पार्टी को दिया है, प्रदर्शन करके लाठियां खाई हैं। गिरफ्तारी के साथ पार्टी के हर काम में सहयोग किया है। आज पार्टी में मनमर्जी और धक्केशाही चल रही है। प्रदीप छाबड़ा ने पत्र में वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला से इसे लेकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा था।


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