Chandigarh: वर्षा और ओलावृष्टि से खराब हुई फसल की मुआवजा राशि 25 प्रतिशत बढ़ाई : मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वर्षा के कारण खराब हुईं फसलों के मुआवजे में 25 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की है। रविवार को खराब हुईं फसलों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री मान ने जिला मोगा मुक्तसर साहिब बठिंडा और पटियाला के गांवों का दौरा किया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वर्षा के कारण खराब हुईं फसलों के मुआवजे में 25 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की है। रविवार को खराब हुईं फसलों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री मान ने जिला मोगा, मुक्तसर साहिब, बठिंडा और पटियाला के गांवों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि फसल के 75 प्रतिशत से अधिक नुकसान पर किसानों को 15,000 रुपये और 33 से 75 प्रतिशत तक नुकसान पर 6750 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाएगा।
10 प्रतिशत मुआवजा दिया जाएगा
इसके साथ ही मजदूरों को भी 10 प्रतिशत मुआवजा दिया जाएगा। वहीं वर्षा से पूरे मकान के नुकसान पर 95,100 रुपये और मामूली नुकसान के लिए 5200 रुपये मुआवजा राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसलों के नुकसान पर पहले यह मुआवजा राशि क्रमश 12000 रुपये और 5400 रुपये प्रति एकड़ थी। पिछली सरकारों के दौरान तो किसानों को मुआवजा देने की घोषणा की जाती थी लेकिन दिया नहीं जाता था। किसानों को 55 रुपये या 62 रुपये तक के चेक थमा दिए जाते थे।
मुआवजा राशि में बढ़ोतरी की
परंतु आप सरकार ने न केवल मुआवजा राशि में बढ़ोतरी की है, बल्कि किसानों को जल्द ही यह राशि जारी कर दी जाएगी। मान ने कहा कि तेज हवाओं और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है, जबकि रबी की फसलें कटाई के लिए लगभग तैयार थीं। उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में जहां किसान कटाई नहीं कर सकेंगे या उनकी फसल का उत्पादन घट गया है। इससे किसानों का लगभग पूरा सीजन बर्बाद हो गया।
राज्य सरकार फसल बीमा योजना लाएगी
मान ने कहा कि वह पहले ही वित्त कमिश्नर (राजस्व) को हिदायत दे चुके हैं कि संबंधित जिलों के उपायुक्तों (डीसी) को वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत विशेष गिरदावरी करने के लिए हिदायतें जारी करें। इससे फसलों, बागों और घरों को हुए नुकसान का पहल के आधार पर पता लगाकर मुआवजा दिया जा सके। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि केंद्र सरकार की फसल बीमा योजना केवल कागजों तक ही सीमित थी, परंतु राज्य सरकार फसल बीमा योजना लाएगी।
यह योजना किसानों के हितों की रक्षा करेगी
इससे किसानों को असली राहत मिलेगी और यह योजना किसानों के हितों की रक्षा करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ है और उनके कल्याण के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। वह उन बहुसंख्यक किसानों की पीड़ा और दर्द को अच्छी तरह से समझते हैं, जिन्हें मौसम में अचानक आई तबदीली के कारण भारी नुकसान बर्दाश्त करना पड़ा है। सरकार किसानों और खेत मज़दूरों के कल्याण के लिए हमेशा वचनबद्ध है।
कृषि को बनाएंगे लाभप्रद पेशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि को लाभप्रद पेशा बनाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ काम करते हुए कई निर्णय ले रही है। किसानों को गेहूं और धान के चक्र से बाहर निकालने और राज्य के भूजल को बचाने के लिए वैकल्पिक फसलों के लिए न्युनतम समर्थन मूल्य की पेशकश की जा रही है। कृषि के सहायक पेशों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो सके। देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने वाले अन्नदाता के कल्याण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
मार्च में सामान्य से 159 प्रतिशत अधिक वर्षा, 30 से फिर सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ
जासं, लुधियानाः मार्च के दूसरे पखवाड़े में शुरू हुआ वर्षा का सिलसिला भले ही थम गया है, लेकिन मार्च में अब तक सामान्य से 159 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकार्ड की गई है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में मार्च में सामान्य तौर पर 20.8 मिलीमीटर वर्षा होती है, लेकिन पिछले दस दिन में 55 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। 30 मार्च को फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे 31 मार्च तक पंजाब में गरज के साथ छींटे पड़ने और सामान्य से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।