चंडीगढ़ में Air Show: ये 10 तस्वीरें कर देंगी रोमांचित, एयर शो में 83 विमानों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब
Chandigarh Air Show चंडीगढ़ में एयर शो की धूम है। वायु सेना दिवस पर होने वाले एयर शो को शहरवासी उत्सव के तौर पर मना रहे हैं। वीरवार को सुखना लेक पर एयर शो की फुल ड्रेस रिहर्सल हुई। इस दौरान लोगों में काफी जोश देखने को मिला।
आनलाइन डेस्क, चंडीगढ़। Chandigarh Air Show: चंडीगढ़ में एयर शो की धूम है। वायु सेना दिवस पर होने वाले एयर शो को शहरवासी उत्सव के तौर पर मना रहे हैं। वीरवार को सुखना लेक पर एयर शो की फुल ड्रेस रिहर्सल हुई। इस दौरान लोगों में काफी जोश देखने को मिला। अब शनिवार 8 अक्टूबर को एयर फोर्स डे पर सबसे बड़ी फ्लाईपास्ट परेड का आयोजन होगा। एयर शो के लिए हाउस फुल है। सभी टिकट बुक हो चुकी हैं।
वीरवार को एयर शो रिहर्सल में वायु सेना ने अपनी ताकत दिखाई। सबसे खास बात यह रही कि इसमें स्वदेशी हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर (एलसीएच) प्रचंड और लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस ने भी भाग लिया, जोकि सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र भी रहे। बता दें कि ‘प्रचंड’ को तीन अक्टूबर को ही वायुसेना में शामिल किया गया है। इनके जरिए वायुसेना ने मेक-इन-इंडिया की ताकत दिखाई।
सुखोई विमान।
वर्ष 2019 में वायु सेना का हिस्सा बने चिनूक हैलीकाप्टर ने दिखाया कि कैसे वह सियाचिन जैसे ग्लेशियर के ऊपर भी उड़ सकता है और जरूरत पड़ने पर वह टैंक और हथियार पहुंचाने में सक्षम है। इस दौरान चिनूक लेक के ऊपर से 105 एमएम की तोप को उठाकर ले गया। साथ ही पायलट ने दिखाया कि कैसे चिनूक एक ही साइट में चल सकता है। लंबे समय तक एक ही जगह रुक सकता है। इस दौरान एक फाइटर हेलीकाप्टर ने सुखना लेक के पानी से बकेट में पानी भरकर आग पर काबू पाने का डेमोंस्ट्रेशन दिखाया। दिखाया गया कि कैसे एकदम नीचे लेवल पर आकर हेलीकाप्टर पानी भरता है। इससे ऊंची बिल्डिंग और जंगल में लगी आग पर काबू पाया जाता है।
सारंग टीम।
आगरा, अंबाला सहित आठ एयरबेस का इस्तेमाल
यह देश वायु सेना का सबसे बड़ा फ्लाईपास्ट रहा। इतने सारे लड़ाकू विमान एक या दो जगह से नहीं उड़ान भर सकते थे। इसलिए देश के आठ एयरबेस का इस्तेमाल एयर शो में किया गया। चंडीगढ़, अंबाला, आगरा सहित देश के अन्य हिस्सों में बने एयरबेस का इस्तेमाल हुआ। वायु सेना के एंबेसडर कहे जाने वाले सूर्य किरण आगरा एयरबेस से आए।
विमानों की दहाड़ से गूंजा आसमान
एयर शो में 83 विमानों और हेलीकाप्टरों ने हिस्सा लिया। देश के आठ अलग-अलग एयरबेस से इन्होंने उड़ान भरी। राफेल, मिराज, जगुआर, सुखोई-30, मिग-29, मिग-21, रुद्र, विंटेज एयरक्राफ्ट परशुराम, विंटेज एयरक्राफ्ट हार्वर्ड, सारंग के साथ-साथ चिनूक, अपाचे की दहाड़ से आसमान गूंज उठा।
सेखों और अर्जन सिंह फार्मेशन पहली बार दिखाया गया
वायु सेना ने इकलौते परमवीर चक्र विजेता निर्मलजीत सिंह सेखों और मार्शल अर्जन सिंह के नाम पर फाइटर एयरक्राफ्ट फार्मेशन दिखाया गया। सेखो फार्मेशन में चार एयरक्राफ्ट इसमें राफेल, जगुआर, तेजस और मिराज ने एक साथ उड़ान भर करतब दिखाए। वहीं, अर्जन सिंह फार्मेशन में राफेल ने अपनी स्पीड, गरज और बेजोड़ तकनीक का लोहा मनाया। जगुआर, सुखोई-30, मिग-29 के साथ वायु सेना की ताकत चिनूक, तेजस, राफेल जैसे एयरक्राफ्ट भी आसमान में गरजे।
पैराशूट कमांडो टीम।
सारंग हेलीकाप्टर ने दिखाए हैलतअंगेज करतब
सूर्यकिरण एयरक्राफ्ट और सारंग हेलीकाप्टर टीमें भी आकर्षण का केंद्र रहीं। आसमान में हैरतअंगेज करतब दिखाकर 35 हजार दर्शकों में रोमांच भर दिया। शो की शुरुआत बेहद रोमांचकारी रही, जब आकाशगंगा टीम ने आठ हजार फीट की उंचाई से छलांग लगाई। फिर रंग-बिरंगे पैराशूटों से सुखना लेक पर उतरे। इसके बाद विमान और हेलीकाप्टर देख दर्शकों का जोश बढ़ता गया।
थ्री बीआरडी एयरफोर्स स्टेशन पर रिहर्सल करते वायु सेना के जवान।
1930 और 40 के दशक में लड़ाकू ट्रेनर विमान था ‘हार्वर्ड’
हार्वर्ड विंटेज एयरक्राफ्ट अमेरिका का डिजाइन किया विमान है जिसे दो क्रू सदस्य उड़ाते हैं। इसे 1930 और 40 के दशक में लड़ाकू ट्रेनर विमान के तौर पर उड़ाया जाता था। यह विमान 1400 किमी. की दूरी तय कर सकता था। रेडियल पिस्टन इंजन से मिलने वाली शक्ति के जरिए यह विमान 156 नोटिकल की अधिकतम गति हासिल कर सकता है। हार्वर्ड आठ घंटे तक लगातार उड़ान भरता है और 22 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। इस विमान का इस्तेमाल, कनाडा, अमेरिका समेत कई देशों की वायुसेना ने किया है। भारतीय वायुसेना का ¨वटेज एयरक्राफ्ट है और एयर शो में लाते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु होंगी मुख्यातिथि
वायुसेना दिवस पर आठ अक्टूबर को होने वाली फ्लाई पास्ट परेड में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मुख्यातिथि होंगी। उनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के साथ-साथ जल और थल सेनाध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे। इनके अलावा पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी पहुंचेंगे।