New Year पर मिलेगा साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट का गिफ्ट, प्रशासन ने निकाले टेंडर Chandigarh News
इस प्रोजेक्ट के तहत पांच हजार साइकिलों के लिए 617 डॉकिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। जहां पर लोगों को साइकिल चलाने को मिलेगी।यह प्रोजेक्ट 20 करोड़ की लागत का है।
चंडीगढ़, जेएनएन। सिटी ब्यूटीफुल को नए साल पर साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट का तोहफा मिलने की उम्मीद है। लंबे समय से लटके इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए यूटी प्रशासन द्वारा काम शुरू कर दिया है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी ने शहर में पांच हजार साइकिल शेयरिंग पर चलाने के लिए टेंडर निकाल दिया है। दिलचस्प है कि दैनिक जागरण की ओर से साइकिल से ही कल है अभियान ..के तहत यह मुद्दा उठाया गया है। इतना ही नहीं पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दिए गए ने भी इस मामले में आदेश दिए हैं। आखिरकार अब इसके असर नजर आने लगे हैं।
चौथी बार अब पुरानी शर्तों में बदलाव किया गया है, ताकि कंपनी टेंडर के लिए आवेदन करने में आगे आ सके। जो टेंडर निकाला गया है उसमें प्रोजेक्ट चलाने वाली कंपनी को 1250 ई साइकिल भी चलानी होगी। कोई भी कंपनी 6 नवंबर तक आवेदन कर सकती है। जबकि टेक्निकल बिड भी इसी दिन खोली जाएगी। पीपीपी मॉड पर पब्लिक बाइक शेयरिंग का प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने पिछले सप्ताह ही चंडीगढ़ प्रशासन को पब्लिक साइकिल शेयरिंग सिस्टम (पीबीएस) को जल्द लागू किए जाने के भी आदेश जारी किए हैं।
इससे आम लोग जिसको साइकिल की जरूरत हो उसको साइकिल मिल सके। हाई कोर्ट ने भी यह कहा था कि केवल साईकिल को प्रमोट करना व पीबीएस बनाना ही काफी नहीं है। साइकिल चलाने से लोगों को सुरक्षित रास्ता उपलब्ध करवाना भी प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। स्मार्ट सिटी के अनुसार दिसंबर माह के अंत तक प्रोजेक्ट के तहत शहर में साइकिल चलनी शुरू हो जाएगी।
इस प्रोजेक्ट के तहत पांच हजार साइकिलों के लिए 617 डॉकिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। जहां पर लोगों को साइकिल चलाने को मिलेगी।यह प्रोजेक्ट 20 करोड़ की लागत का है। साइकिल शेयरिंग सिस्टम पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप पर चलाई जाएगी। इसमें नोमिनल चार्ज पर लोगों को साइकिलें चलाने को मिलेगी।
हर डॉकिंग स्टेशन पर 8 से 9 साइकिल रखी जाएंगी। स्मार्ट सिटी के अनुसार दस रुपये में एक घंटे तक साइकिल चलाने के लिए दी जाएगी। शहर के सभी पर्यटन और प्रमुख स्थलों पर डॉकिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। किसी एक स्टेशन पर साइकिल लेकर दूसरे सेक्टर के स्टेशन पर भी साइकिल छोड़ी जा सकती है। जीपीएस सिस्टम होने के कारण साइकिल चोरी होने का भी डर नहीं है। पांच रुपये में आधा घंटा और दस रुपये में एक घंटा साइकिल चलाने को मिलेगी।मालूम हो कि इस समय पंचकूला में साइकिल शेयरिंग का प्रोजेक्ट चल रहा है।
विज्ञापन से होने वाली कमाई रखेगा स्मार्ट सिटी
टेंडर में जो शर्त का बदलाव किया गया है उसके अनुसार जो साइकिल और उसके पिकअप प्वाइंट पर विज्ञापन करने की मंजूरी दी जाएगी उसकी कमाई स्मार्ट सिटी खुद रखेगा।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें